भारतीय संविधान का चौथा स्तम्भ जो कि अवैध कार्यों में लिप्त लोगों से महिना नहीं वसूलते,,,,क्या उत्तराखंड में सुरक्षित है,,ऋषिकेश।
स.संपादक शिवाकांत पाठक।
( पत्रकार प्रेस एसोसिशन के प्रदेश अध्यक्ष शिवाकांत पाठक ने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए उत्तराखंड सरकार से पत्रकारों की सुरक्षा हेतु उत्तर प्रदेश सरकार की तरह कड़े इंतजाम किए जाने की मांग की है,,)
( अफसोस यह नहीं है कि एक पत्रकार पर हमला हुआ,, अफसोस यह है कि धरम नगरी के नाम से विख्यात देव भूमि में इस राक्षसी घटना को अंजाम दिया गया,,, वह भी राम राज्य में )
( ओवर रेटिंग सिर्फ़ हरिद्वार रोशनाबाद अंग्रेजी शराब ठेके में ही नहीं बल्कि जनपद या प्रदेश में कोइ भी इलाका अछूता नहीं है यह ध्रुव सत्य है,, ये तमाम बातें सरकारों के सामने एक बड़े परिणाम के रुप में आती हैं,, सम्बन्धित विभाग को जिम्मेदार होने के नाते जवाब में कुछ तो करना चाहिए था,,,)
रिपोर्ट संदीप पाठक,,,,उत्तराखंड के ऋषिकेश में एक पत्रकार पर शराब माफिया द्वारा हमला करने के मामला सामने आया और अब इसे लेकर सीएम पुष्कर सिंह धामी एक्शन में है ,, यदि यह पहल पहले से ही होती तो नजारा ही कुछ और होता,,, वर्ष,2025 में नशा मुक्त उत्तराखंड का सपना साकार होगा या नहीं वर्तमान हालात को देखते हुए कुछ कहा नहीं जा सकता,,दरअसल, अवैध शराब की खबर करने पहुंचे पत्रकार पर इस कदर हमला किया गया और वो गंभीर रूप से घायल हो गया उसका जबड़ा शराब माफियाओं ने तोड़ दिया,, एक पैर में फैक्चर हुआ और अब उसे एम्स में भर्ती करवाया गया है. तब कहीं जाकर पुलिस ने शराब माफिया के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार किया है. अवैध शराब से संबंधित इस मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने संबंधित कोतवाली के साथ ही एक थाने के 37 पुलिसकर्मियों के तबादले किए हैं और एसओजी टीम को भी भंग कर दिया, इतना ही नहीं मुख्यालय से संबद्ध भी किया है.
Comments
Post a Comment