प्रियवर जल्दी वापस आना, प्रियवर जल्दी वापस आना
नजरों से ओझल होकर तुम दिल से दूर कभी मत जाना! प्रियवर जल्दी वापस आना, प्रियवर जल्दी वापस आना!! पूर्व जन्म के बिझुड़े साथी से कैसा संयोग मिला है! प्रभु इच्छा से देखो कैसे पतझड़ में भी फूल खिला है!!श्रध्दा और विस्वास प्रेम है यही सिध्द करके दिखलाना ! प्रियवर जल्दी वापस आना, प्रियवर जल्दी वापस आना!! तुम रहते तो मन वींणा का तार मधुर संगीत सुनाता ! साथ तुम्हारा सुंदर सपनों को करके साकार दिखाता!! नहीं निभाया कभी किसी ने तुम बस ऐसा साथ निभाना! प्रियवर जल्दी वापस आना, प्रियवर जल्दी वापस आना!! 🌹🌹🌹🌹👏👏👏👏👈🏿👈🏿👈🏿✍✍✍✍✍✍
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