महिला दिवस पर सप्रेम भेंट
"नारी हो तुम, पुष्पों की क्यारी हो तुम" --
"नारी हो तुम,पुष्पों की क्यारी हो तुम" --
महिला दिवस पर --
"नारी हो तुम,
सबकी प्यारी हो तुम,
सब पर भारी हो तुम,
नारी हो तुम"
"हर आंगन को रोशन करती, फूलों की क्यारी हो तुम"
"मां, बहन, बेटी, बनकर, संस्कारों की आधारी हो तुम"
"पुरुष के अभिमान में पत्नी कहलाने वाली, नारी हो तुम"
"प्यार स्नेह और ममता के लिए, आभारी हो तुम"
"हर किसी का साथ निभाए,ऐसी गलियारी हो तुम"
"रण के कौशल में रानी बनकर, सब पर भारी हो तुम"
"कंधों पर सम्मानों की लड़ियां पहने, चिंगारी हो तुम"
"हर अत्याचारी को सबक सिखलाने वाली, नारी हो तुम"
सब पर भारी हो तुम,
सबकी प्यारी हो तुम,
नारी हो तुम"
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