मानव सेवा परम धर्म! राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप चौधरी
मानव सेवा परम धर्म है राष्ट्रीय अध्यक्ष । राष्ट्रीय जन सेवा कल्याण ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप चौधरी ने ऐक भेंट वार्ता के दौरान कहा कि आज लोग भूखे प्यासे मर रहे हैं । दो जून की रोटी के लिए तरस रहे हैं ।भूखमरी इतनी है कि शहरों में आदमी व कुते लोगों की फैंकी हुई जूठन तक एक साथ खाते हैं।आज मानव भगवान को न मानकर मानव निर्मित तथाकथित भगवानों को मान रहा है ।आज मानव इतना गिर चुका है कि रिश्ते नाते भूल चुका है ।रिश्तों में संक्रमण बढता जा रहा है ।मानव धरती के लिए खून कर रहा है ।कई पीढियां गुजर गई मगर आज तक न तो धरती किसी के साथ गई न जाएगी ।फिर यह नफरत व दंगा फसाद क्यों हो रहा है ।मानव ,मानव से भेदभाव कर रहा है ।उंच-नीच का तांडव हो रहा है ।खून का रंग एक है फिर भी यह भेदभाव क्यों ।यह बहुत गहरी खाई है इसे पाटना सबसे बडा धर्म है ।आज लोग बिलासिता पर हजारों -लाखों रूपये पानी की तरह बहा देते हैं ,मगर किसी भूखे को एक रोटी नहीं खिला सकते ।शराब पर पैसा उडा रहे हैं ।अनैतिक कार्यो से पैसा कमा रहे हैं ।पैसा पीर हो गया है ।मुंशी प्रेमचन्द ने कहा था कि जहां 100 में से 80 लोग भूखे मरते हों वहां शराब पीना गरीबों के खून पीने के बराबर है ।भूखे को यदि रोटी दे दी जाए तो भूखे की आत्मा की तृप्ति देखकर जो आनन्द प्राप्त होगा वह सच्चा सुख है । आज प्रकृति से छेडछाड हो रही है ।प्रकृति के बिना मानव प्रगति नहीं कर सकता ।प्रकृति एक ऐसी देवी है जो भेदभाव नहीं करती ,प्रत्येक मानव को बराबर धूप व हवा दे रही है।आपको बताते चलें कि वर्षों से गरीबों व असहाय लोगो के लिए मसीहा साबित हो रहें प्रदीप चौधरी व्दारा गरीबों को भोजन, कपड़ा, आवास आदि भेंट किये जा रहे हैं कलियुग में दानी कर्ण से कम नहीं है प्रदीप चौधरी!
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