युवा पीढ़ी के लिए भयानक खतरे का संकेत है नशा! एल एस बुटोला ( थानाध्यक्ष सिडकुल हरिद्वार)
स. संपादक शिवाकांत पाठक!
अमित भट्ट उप निरीक्षक!
श्रीमान पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था महोदय के निर्देशानुसार मनाए जा रहे ड्रग्स जागरूकता सप्ताह के परिप्रेक्ष्य में श्रीमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार महोदय के आदेशो के अनुपालन मे तथा श्रीमान पुलिस अधीक्षक नगर महोदय व श्रीमान सहायक पुलिस अधीक्षक क्षेत्राधिकारी सदर महोदय के निर्देशन मे दिनांक 27-06-2021को सिडकुल पुलिस द्वारा राजा बिस्कुट पर जन जागरूकता अभियान चलाते हुए राहगीरों व स्थानीय ग्रामीणों एवं सिडकुल पार्किंग में चालक एवं परिचालकों को नशा न करने व नशे से होने वाले दुष्प्रभावो के संबंध में अवगत कराते हुए थानाध्यक्ष एल एस बुटोला सिडकुल हरिद्वार ने कहा कि नशे का प्रसार इतना व्यापक हो चुका है कि बच्चे किशोरावस्था से ही इसकी चपेट में आने लग जाते हैं। यह स्तर अनुमानतः नौवीं कक्षा से लगभग शुरु हो जाता है, बच्चे घर से ट्यूशन /कोचिंग के लिए जाते हैं तथा पान की गुमटियों से सिगरेट की फूंक मारनी प्रारंभ कर देते हैं। जिसमे घर पर माता पिता द्वारा अनदेखी करना व गौर ना करना मुख्य कारण है क्यों कि प्रथम पाठशाला मां व पिता ही होता है ,एक समय वह भी था जब हमारे समाज में नैतिकता उच्च शिखर पर होती थी, किन्तु समय के साथ इसमें लगातार गिरावट आती गई। लगभग दस वर्ष पीछे के समय में जाएं और आंकलन करें तो हम पाते हैं कि दुकानदार छोटे एवं स्कूली बच्चों को गुटखा, सिगरेट इत्यादि किसी भी कीमत पर नहीं देते थे, बल्कि उल्टे डांट-डपट कर हिदायत दे देते थे। लेकिन जब से आधुनिकता की भेड़ चाल चलने की लत लगी तो स्थितियां ठीक उलट हो गईं, आजकल तो चाय-पान ठेले वाले स्कूली बच्चों को ही अपना स्थायी ग्राहक बनाकर उनके लिए सरलता से नशा करने का अड्डा उपलब्ध करवाते हैं। हालात यह हैं कि नौंवी से लेकर बारहवीं कक्षा तक के बच्चे सामान्यतः सिगरेट एवं गुटखा का सेवन चोरी-छिपे शुरू कर देते हैं, जो आगे चलकर उम्र के पड़ाव के अनुसार अन्य नशों की चपेट में आने लग जाते हैं। इसलिए आज जरूरत सभी को मिलकर अपने बच्चो पर कड़ी नजर रखने की ! अमित भट्ट उप निरीक्षक ने अवैध नशे के खिलाफ एक जुट होकर मुहिम शुरू करने की अपील की!
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