आपकी हर समस्या का समाधान हमारे पास है बताएं ?? स्वामी प्रकाशानंद जी महराज !
साक्षातकार रिपोर्ट मुकेश राणा!
संपादक शिवाकांत पाठक उत्तराखंड वी एस इन्डिया न्यूज चैनल परिवार!
एक भेंट के दौरान स्वामी प्रकाशानंद जी महाराज ने कहा कि कलियुग में राम नाम से बड़ा कोई भी मंत्र नहीं है लोग मृत्यु के उपरांत अंतिम यात्रा के दुखद समय पर मृत्यु के सच को स्वीकार करने के भय से राम नाम सत्य बोलते हैं जब जीवन का सच राम ही है राम परम पिता परमेश्वर हैं उनकी बिना मर्जी के पत्ता भी नहीं हिल सकता जीवन रूपी युद्ध को जीतने के लिए राम नाम एक ब्रम्हअस्त्र है हम परिवार, पुत्र, वैभव आदि के मोह जाल में फंसे हुए हैं इसलिए राम को भूल गए हैं जब कि राम नाम हर संकट का समाधान है आप सभी आज से ही यह प्रतिज्ञा करें कि यदि आप के पास राम नाम लेने के लिए समय नहीं है तो लिखें आप प्रति दिन 108 बार राम नाम लिख कर हमको भेजें जिन्हें सुरक्षित रखा जाएगा वही आपके जीवन की कमाई हुई जमा पूंजी होगी यह मुहिम हमारे निर्देश पर वी एस इन्डिया न्यूज चैनल के माध्यम से चलाई जा रही है आप सभी लोग राम नाम लिख कर या टाईप कर के वॉट्स ऐप के माध्यम से इस नम्बर पर भेजिए 9897145867 साथ ही किसी भी तरह की समस्या होने पर आप इसी नम्बर पर भेजिए ताकि वैदिक, ज्योतिष, राम चरित मानस के सिद्ध मंत्रों द्वारा हम उन समस्यायों के समाधान हेतु आप को सरल उपाय बता सकें जय प्रभु राम!
स्वामी जी ने कहा कि जो जन दुख, घोर संकट आने पर भी राम नाम को जपते हैं, उनके भयंकर संकट जाप के प्रभाव से मिट जाते हैं और वो मनुष्य सुखी हो जाता है। जब इंसान पर संकट, भयंकर प्रकार के दुख तथा कष्ट क्लेश हो, तब उसे घबराना नही चाहिए। उस समय तुरंत राम नाम जपना चाहिए, क्योंकि राम नाम सबका पालक है। प्रभु श्रीराम सभी प्रकार के सुखों को देने वाले स्वामी हैं
। संत बेदी जी ने कहा कि सतगुरु की शरण लेने वाले स्थिर हो गए हैं। उनकी रक्षा प्रभु स्वयं करते हैं। जो भी जीव श्री राम रूपी सरोवर अर्थात सत्संगति में विचरता है, उसे श्री राम के दरबार में सम्मान प्राप्त होता है। जो गुरु उपदेश के अनुसार राम नाम जपते हैं, परमात्मा श्रीराम उन्हें गले लगा लेते हैं।
उन्होंने कहा कि राम नाम जपने वाले की आय, संपति तथा बल प्रतिदिन बढ़ते रहते हैं।श्रीराम साक्षात् भगवान नारायण के मानव अवतार थे। विद्वानों ने शास्त्रों के आधार पर राम के तीन अर्थ निकाले हैं। राम नाम का पहला अर्थ है 'रमन्ते योगिन: यस्मिन् राम:।' यानी 'राम' ही मात्र एक ऐसे विषय हैं, जो योगियों की आध्यात्मिक-मानसिक भूख हैं, भोजन हैं, आनन्द और प्रसन्नता के स्त्रोत हैं।
राम का दूसरा अर्थ है, 'रति महीधर: राम:।', 'रति' का प्रथम अक्षर 'र' है और 'महीधर' का प्रथम अथर 'म', राम। 'रति महीधर:' सम्पूर्ण विश्व की सर्वश्रेष्ठ ज्योतित सत्ता है, जिनसे सभी ज्योतित सत्ताएं ज्योति प्राप्त करती हैं।राम नाम बहुत ही चमत्कारी है।यदि आप राम नाम मे खो जाएं तो आपका परमकल्याण निश्चित है इसमे कोई शक नहीं है। जिस तरह से मीरा क्रष्ण के प्रेम मे दीवानी हो गई। वह जगह जगह जाती और अनेक दुख सहने के बाद भी उनके मुख से सिर्फ गोविंद ही निकलता था। राम नाम मे आपको इस प्रकार से रंगना होगा कि आप भुल जाएंकि आप क्या हैं ? आपको अपने असितत्व को भूल जाना होगा और अपने भगवान की भक्ति मे सब कुछ दाव पर लगा देना होगा । जिस दिन आपके अंदर होश नहीं होगा और आप खुद उस राम नाम मे इतने खो जाएंगे तो आप उसे पालेंगे ।
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