एक पत्रकार का पैग़ाम सूर्य देव के नाम ! स. संपादक शिवाकांत पाठक!
अखिल ब्रह्माणड को प्रकाशित करने वाले अपनी प्रखर ओजस्वी किरणों से तीनों लोको को देदीप्यमान करने वाले भुवन भास्कर ग्रहों के सम्राट भगवान सूर्य को सादर प्रणाम एक पत्रकार का कोटि कोटि नमन स्वीकार हो !
एक बात आपसे पूछना चाहता हूं महाराज आप तो स्वयं सत्य हो झूठ तो आप बोल नहीं सकते , तो बताओ कि आपकी घर परिवार में कुछ खटपट हुई है क्या ? जो वहां का गुस्सा आप कहर बन कर प्रथ्वी वासियों पर बरसा रहे हो , यदि ऐसी कोई बात है तो चार लोग बिठा कर मामले को शांत कराया जाए और यदि ऐसी कोई बात नहीं है तो आप सोचिए कि प्रथ्वी पर तो वैसे भी हर आदमी एक दूसरे से जला जा रहा है ऊपर से आपकी लाल पीली आंखे देख कर लगता है कि अब शायद जिंदा जलाने का प्लान लांच किया गया है , महाराज मेरे देवता यदि कोई भी गलती किसी से भी हुई है तो उन सबकी ओर से मैं दोनों हांथ जोड़ कर माफी मांग रहा हूं , माफ कर दो,
लेकिन अब आग बबूला होना बंद करो, कुछ तो दया,करुणा, बर्षाओ स्वामी हम सभी आप के सेवक हैं महराज और एक पत्रकार ही तो सभी का दर्द फ्री में बयान कर सकता लिख सकता है, चैनल में बैठ कर फ्री में चिल्ला सकता , वही मैं कर रहा हूं मेरे सरकार मेरे स्वामी अब अपनी भयानक किरणों से कहो कि वे कुछ शीतल , ठंडी हवाओं में बदल जाए वरना हम लोगों को आप के क्रोध से कोई माई का लाल नहीं बचा सकता अंत में आपको पुन: कोटि कोटि नमन !
समाचारों के लिए संपर्क करें संपादक शिवाकांत पाठक 9897145867
Comments
Post a Comment