अग्नीपथ की सच्चाई से अनजान युवा भ्रम में ना पड़ें!
सरकार द्वारा लिए गए निर्णय में किसी भी धर्म जाति का उल्लेख नहीं है फिर राष्ट्र हित में लिए गए निर्णय पर राष्ट्र द्रोह क्यों ?
संपादक शिवाकांत पाठक !
हरिद्वार के जिलाधिकारी श्री विनय शंकर पाण्डेय द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार पूरी तरह से स्थित संतोष जनक है साथ जिले में कोई भी विरोध प्रदर्शन युवाओं द्वारा किए जाने की स्थिति नहीं है
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरीद्वार द्वारा सी सी आर में युवा छात्रों को सभी कोचिंग इंस्टीट्यूट के माध्यम से अग्निपथ की वास्तविक जानकारी दी गई जिससे युवा वर्ग पूरी तरह से संतुष्ट दिखा , अपनी सूझ बूझ से समझाया एस एस पी हरीद्वार ने !
गुण दोष तो संसार की रचना में समाहित हैं तभी तो अच्छाई बुराई सभी में है लेकिन यहां बात नजरिए की है कि हम देखना क्या चाहते हैं अगर हमारी नजर अच्छाई देखना चाहती है तो बुराई में भी हमको अच्छाई दिखेगी ,, उदाहरण के तौर पर चाय में मक्खी मच्छर गिर जाता है तो हम फेंक देते हैं लेकिन यदि एक किलो देशी घी में मक्खी मच्छर गिर जाए तब आप क्या करते हैं सच बताओ ? क्यों कि बात सच और झूठ की है ,, आज भारतीय युवा पीढ़ी देश में राष्ट्र प्रेम के लिए खुद ये शरीर पर फौज की वर्दी देखना चाहती है वायरल वीडियो में एक युवा दौड़ता दिखा था कुछ समय पहले उसका सपना था सेना में जाने का तो सोचो वह सपना और भी युवा देख रहे होंगे ,, सेना में यदि बीस हजार जवान चाहिए और भर्ती कर लिए जाए जो 15, या 20 साल की पूरी नौकरी करने के बाद घर आएंगे तो स्पष्ट है कि 20 साल तक किसी भी युवा को भर्ती का मौका नहीं मिलेगा , ऐसी स्थिति में यदि तमाम युवाओं को अपने सपने साकार करने का सरकार अवसर देने के लिए कोई कदम उठा रही है तो फिर विद्रोह क्यों ? भारतीय युवाओं एवम् राष्ट्र के हित में उठाए जा रहे क़दमों के लिए विरोध प्रदर्शन युवाओं द्वारा क्यों ? क्या है इसके पीछे का सच ?
सेना में भर्ती ना होने वाले युवाओं का भविष्य क्या होगा विरोध करने वाले बताएं ?
सवाल-जवाब : अग्निवीरों को मिलेंगे नौकरी, पढ़ाई और कारोबार के पूरे अवसर
अग्निवीरों के भविष्य और अग्निपथ स्कीम को लेकर कई प्रकार की भ्रांतियां सामने आ रही हैं, जिन्हें सरकारी सूत्रों ने नकारते हुए तथ्य जारी किए हैं। पढ़िए इनके बारे में।
1 भ्रांति : अग्निवीरों का भविष्य असुरक्षित है।
तथ्य : भविष्य में यह होगा।
जो युवा उद्यमी बनने के इच्छुक हैं, उन्हें वित्तीय पैकेज व बैंक लोन मिलेंगे
जो आगे पढ़ने के इच्छुक हैं, उन्हें 12वीं के समकक्ष प्रमाणपत्र देकर ब्रिज कोर्स करवाया जाएगा
जो जॉब करना चाहते हैं, उन्हें केंद्रीय सशस्त्र सुरक्षा बलों व राज्य पुलिस में प्राथमिकता मिलेगी
कई अन्य सेक्टर भी इन अग्निवीरों के लिए खोले जाएंगे।
2 भ्रांति : अग्निपथ की वजह से युवाओं के लिए अवसर घटेंगे
तथ्य : युवाओं के लिए सशस्त्र सैन्य बलों में जाने के अवसर बढ़ेंगे। आज सशस्त्र सेनाओं में जितनी संख्या है, अग्निवीरों की भर्ती इससे तीन गुना होगी।
3 भ्रांति : रेजिमेंटल निष्ठा पर असर पड़ेगा
तथ्य : सरकार रेजिमेंटल प्रणाली में कोई बदलाव नहीं कर रही है। बल्कि यह प्रणाली और मजबूत बनेगी क्योंकि यहां श्रेष्ठ अग्निवीर चुनकर आएंगे, इससे सामंजस्य में और भी सुधार आएगा।
4 भ्रांति : इससे सशस्त्र सैन्य बलों की कार्यक्षमता को नुकसान होगा।
तथ्य : अधिकतर देशों में छोटी अवधि के लिए सैन्य भर्ती व्यवस्था है, यह युवा और चुस्त सेना के लिए अच्छी मानी जाती है। पहले साल में भर्ती होने वाले अग्निवीर कुल सशस्त्र सैन्य बल के 3% होंगे। उनका प्रदर्शन जांच कर चार साल बाद सेना में फिर शामिल किया जाएगा। इस प्रकार सेना को वरिष्ठ रैंक पर जांचे-परखे सैनिक मिलेंगे।
5 भ्रांति : सेना के लिए 21 साल के सैनिक अपरिपक्व और विश्वास के काबिल नहीं होंगे।
तथ्य : विश्व की अधिकतर सेनाएं युवाओं पर निर्भर हैं। किसी भी समय सेना में अनुभवी लोगों से युवाओं की संख्या ज्यादा नहीं होगी। बल्कि अग्निपथ योजना से भी धीरे-धीरे 50-50 प्रतिशत युवा व अनुभवी वरिष्ठ रैंक अधिकारियों का अनुपात कायम होगा।
6 भ्रांति : सेना के लिए खतरा, आतंकियों से मिल सकते हैं।
तथ्य : ऐसा सोचना सेना के मूल्यों और प्रतिष्ठा का अपमान है। जो युवा 4 साल सेना की यूनिफॉर्म पहनेंगे, वे देश के प्रति समर्पित रहेंगे। हजारों सैनिक रिटायर होते हैं, लेकिन ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया, जिसमें वे देश विरोधी ताकतों से मिल गए हों।
अग्निवीरों के 12वीं प्रमाणपत्र के लिए होगा विशेष प्रोग्राम
राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआईओएस) रक्षा अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श कर 10वीं कक्षा पास कर अग्निपथ सेवा में आने वाले अग्निवीरों को 12वीं का प्रमाणपत्र प्रदान करने के लिए एक विशेष प्रोग्राम तै
यार करेगा। इसके तहत अग्निवीरों के लिए विशेष रूप से तैयार कोर्स शुरू किए जाएंगे जो उनके सेवा क्षेत्र के हिसाब से प्रासंगिक होगा। शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। 12वीं का यह प्रमाणपत्र सिर्फ रोजगार के लिए ही नहीं बल्कि आगे की शिक्षा के लिए भी पूरे देश में मान्य होगा।
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