मां अगर धरती है तो पिता आसमान है*
घर में जब तक पिता है तो शान है!
वरना हर घर बिना पिता के शमशान है!!
क्यों कि पिता अपने बच्चों की हर ख्वाहिश पूरी करता है!
जबकि अपनी हर जरूरत के लिए सोचा करता है!!
सबको खुश रखने के लिए खुद छुप कर रोता है!
असली मायने में वही तो पिता होता है!!
सोचो जरा एक बार पिता भी तो इंसान है!
वरना हर घर पिता के बिना शमशान है!!
माना कि मां ममता की मूर्ति है, तो पिता भी परमेश्वर है!
एक बच्चे के लिए पिता ही ईश्वर है!!
पुत्र पिता की ही आत्मा का स्वरूप है !
जबकि मां पुत्र के लिए ममता का रूप है!!
पुत्र के लिए पिता वास्तव में भगवान होता है!
वरना हर घर बिना पिता के शमशान होता है!!
पिता का कभी अपना कोई ग़म नहीं होता!
एक पिता के लिए बेटे का सपना कम नहीं होता!!
मां एक सीता तो पिता लक्ष्मण रेखा है!
पिता ही मर्यादा की सीमा है ये आपने भी देखा है!!
मां अगर धरती है तो पिता आसमान है!
वरना हर घर पिता के बिना शमशान है!!
एक पिता के लिए समर्पित रचना= संपादक शिवाकांत पाठक
वी एस इन्डिया न्यूज चैनल दैनिक साप्ताहिक विचार सूचक समाचार पत्र सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त 📱9897145897
Comments
Post a Comment