सावधान, पत्रकारों को फर्जी कहा तो होगा मुकदमा जाओगे जेल! गुलफाम अली!
प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया या वेब पोर्टल मीडिया से जुड़कर काम करने वाले गैर मान्यता प्राप्त पत्रकारों को अगर कोई शासनिक-प्रशासनिक अधिकारी या कोई भी फर्जी कहता है, तो उसके खिलाफ न्यायालय में मुकदमा दायर कराया जा सकता है. बशर्ते आपके पास पूरा प्रूफ हो जिसमें आपको फर्जी करार दिया गया हो.
भारतीय मीडिया फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एके बिंदुसार ने ऐलान किया कि वेब मीडिया से जुड़ कर कार्य करने वाले, स्वतंत्र पत्रकार, सोशल मीडिया से जुड़ कर काम करनेवाले, पत्रकार मित्र अथवा स्वतंत्र पत्रकारों को कोई फर्जी कहता है तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही करायी जायेगी. श्री बिंदुसार ने कहा कि जिसे पत्रकारिता का अर्थ जानना है वह मेरे साथ बैठ कर वार्ता कर सकता है. उन्होंने कहा कि किसी भी रजिस्टर्ड मीडिया संस्थान से जुड़ कर पत्रकारिता का कार्य करनेवाले फर्जी नहीं हैं.
एके बिंदुसार ने कहा कि पत्रकारिता जगत में मान्यता प्राप्त पत्रकार एवं गैर मान्यता प्राप्त पत्रकार की बात करके पत्रकारों के बीच में झगड़ा लगानेवाले लोग देशद्रोही के साथ समाज द्रोही भी हैं. उनके खिलाफ भारत सरकार और राज्य सरकारों को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. साथ में यह भी कहा कि चाहे प्रशासनिक अधिकारी हो या राजनेता पत्रकारों के बारे में असली और नकली की बात उठानेवाले सभी भ्रष्टाचारी और फिरकापरस्त लोग हैं. अगर उनकी आय के स्रोतों की जांच करा ली जाये तो वे भ्रष्टाचार के दलदल में इतने डूबे हुए मिलेंगे जिसका अंदाजा किसी को सपने में भी नहीं रहा होगा !
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