मोबाइल देवता का चमत्कार एक दूसरे से जुड़ा संसार!संपादक शिवाकांत पाठक!
हे मोबाइल देवता तुम्हारी महिमा ही अपरंपार है लोग एक दो दिन खाना छोड़ सकते,, झूठ बोलना छोड़ सकते हैं लेकिन आपको अपने प्यारे हाथों में लेना नहीं छोड़ सकते आप को देख कर सारे गम भूल जाते हैं कुछ लोग घंटी बजने पर आपको उठाना पसंद नहीं करते जब कि वे इतने बड़े पद पर आसीन होते हैं कि वे पूरा का पूरा ब्रम्हांड उठा सकते हैं ,, अंगद का पैर क्या वे अंगद को भी उठा सकते हैं लेकिन मोबाइल फोन रिसीव नहीं करते यह उनकी अपनी गरिमा है एक वी आई पी अंदाज है जिसे फोन करने वाला समझ जाता है कि ये महानुभाव वी आई पी हैं दुसरी तरफ यह भी है कि फोन उनका और रिचार्ज भी वही कराते हैं वो उठाएं न उठाएं कोई जबरदस्ती तो है नहीं,, क्या कर सकते हो भाई सोचो जरा हमारे जीवन की सबसे महत्वपूर्ण एक चीज हम सभी के हाथों की शान बढ़ाने वाला मोबाइल फोन ही हैं. इसका महत्व तभी समझ आएगा जब हम एकाध दिन इसके बगैर गुजारते हैं. मानों जीवन अधूरा सा लगता हैं, जैसे कही मैग्रोव वनों के बीच हम अकेले पड़ गये हैं.
छोटा सा यह यंत्र टेलीफोन, कैमरा, मॉडेम, रेडियो, फैक्स मशीन, स्कैनर, टेलीविजन, टोर्च, अलार्म घड़ी ऐसे न जाने कितने ही यंत्रों का काम अकेला ही मगर उतनी ही खूबी और चफलता के साथ कर रहा हैं. ऑनलाइन क्लास, छोटे से संदेश से लेकर विडियो कांफ्रेसिंग तक के एक्सेस घर बैठे उपलब्ध करवा देता हैं.
एक तरफ मोबाइल फोन के अनगिनत फायदे हैं तो दूसरी तरफ यह नुकसानों से भी अछूता नहीं हैं. खासकर अपराध को करना बहुत आसान बना दिया हैं. मोबाइल का सबसे बड़ा नुक्सान बच्चों को हैं, जो उनके दिल दिमाग को गलत दिशा देने वाली और अश्लील सामग्री के स्रोत बने हुए हैं.
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