ऋषि मुनियों की तपोस्थली हरिद्वार में देवदूत साबित हुए आई पी एस अजय सिंह! हरिद्वार!
संपादक शिवाकांत पाठक!
मान गए कप्तान साहब,अपराध,,, जगत पर गांडीवधारी अर्जुन की तरह मछली की आंख पर निशाना साधने का कार्य कर रही है हरिद्वार पुलिस,,,
कौन सो काज कठिन जग माहीं,, जो तुमशों नहि होत गुसाईं,,, यह चौपाई श्री राम चरित मानस में गोस्वामी तुलसीदास जी महाराज ने वीर हनुमान जी की चालीसा में लिखी है ,, महावीर हनुमान सुरक्षा के लिए एक महत्व पूर्ण देवता हैं जो कि भगवान प्रभु राम ने अनन्य उपासक हैं ,, कुछ इसी प्रकार सुरक्षा का फर्ज अदा करने वाले भारत की आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था के जिम्मेदार पुलिस विभाग के अधिकारियों में एस एस पी का पद बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है ,,
और आज उनके कुशल नेतृत्व में हरिद्वार पुलिस की लगन शीलता कर्तव्य निष्ठा के एक नहीं सैकड़ों उदाहरण सामने हैं , इसमें कोई भी संदेह नहीं है कि पुलिस विभाग का कार्य महावीर हनुमान के मिलता जुलता है ,, मां जानकी को चोरी से ले जाने वाले रावण ने भी हनुमान जी के बल साहस पराक्रम की सराहना की है,, तो फिर निष्पक्षता के नाते एक पत्रकार की कलम जो कि मां सरस्वती का स्वरूप होती है कैसे रुक सकती है,,,,
घटना घटित होने के चंद समय बाद एस एस पी अजय सिंह जिन्हे इस समय अपराध मुक्त उत्तराखंड अभियान के लिए सिंघम के रूप में जाना जाता है उनके कुशल नेतृत्व में घटनाओं का सतर्क हरिद्वार पुलिस द्वारा पर्दा फाश कर दिया जाता है
जनता ऐसा महसूस कर रही है कि जैसे मांपवित्र मां गंगा के नाम से पुण्य स्थली हरिद्वार में किसी ईश्वरीय चमत्कार के तहत आई पी एस अजय सिंह एक देव दूत बन कर आए हैं ,,,,,
इस सच को भी झुठलाया नहीं जा सकता कि अपराधी वर्ग में जो खलबली आज देखने को मिल रही है वह हरिद्वार के लिए सौभाग्य के साथ साथ ऐतिहासिक भी है,,,,,
गैंगस्टर अमरदीप चौधरी हत्याकांड का हरिद्वार पुलिस ने कुछ घंटों के भीतर किया खुलासा,,,
आदमी आदमी के खून का प्यासा हो जाता है आपसी विवाद बना हत्या की वजह,,,राजा गार्डन स्थित आरोपी के निजी आवास में हुई थी वारदात ,,,,
हत्याकांड में शामिल तीनों अभियुक्त दबोचे, हत्या में प्रयुक्त अस्लाह व राउंड बरामद !
एसएसपी श्री अजय सिंह के नेतृत्व में काम कर रही हरिद्वार पुलिस ने बीते रोज कनखल जगजीतपुर के राजा गार्डन में स्थित निजी आवास में अज्ञात बदमाशों द्वारा कुख्यात गैंगस्टर अमरदीप चौधरी की गोली मारकर हत्या करने एवं गैंगस्टर और अन्य मित्र को घायल करने संबंधी प्रकरण का कुछ ही घंटों के भीतर खुलासा करते हुए हत्याकांड में शामिल उ0प्र0 के मेरठ निवासी तीनों बदमाशों को अस्लाह के साथ दबोचने में सफलता हासिल की।
आज ही गैंगस्टर अमरदीप के भाई की पत्नी श्रीमती शैफाली वैश की तहरीर पर थाना कनखल में अभियुक्त राजकुमार मलिक, मानू मलिक उर्फ गोली व हर्षदीप मलिक समस्त निवासीगण निकट ओलिविया स्कूल जगजीतपुर कनखल के खिलाफ भारतीय दण्ड संहिता के आधार पर अभियोग पंजीकृत किया गया था। खुलासे में जुटी पुलिस टीम ने फोरेन्सिक टीम व फील्ड यूनिट के साथ घटनास्थल का निरीक्षण कर मौके से 01 तमंचा 315 बोर, 04 खोखा कारतूस, खूनालूदा मिट्टी व सादा मिट्टी को बरामद कर कब्जे पुलिस लिया गया। विवेचना के दौरान जानकारी प्राप्त हुई कि अभियुक्त राजकुमार मलिक उपरोक्त का मृतक अमरदीप से लेनदेन को लेकर वाद विवाद रहता था राजकुमार द्वारा अपनी मेरठ स्थिति जमीन को कुछ समय पूर्व ₹50 लाख में बेचा गया था जिसमें अमरदीप उसे अपने साथ मिलकर इन रुपयों से कहीं और इनवेस्ट करने को लेकर हुए आपसी विवाद में राजकुमार मलिक व उसके पुत्रों द्वारा अमरदीप, उसके भाई बादल व उसके दोस्त सोनू राठी पर जानलेवा फायर किया गया।
मुकदमा लिखे जाने के कुछ घंटों के भीतर ही टीम ने तीनों अभियुक्तों को दबोचकर उनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त 01 तमंचा 315 बोर व 01 जिन्दा कारतूस बरामद किया। अभियुक्तों को कल समय से माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया जायेगा।
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