शाबास हरिद्वार पुलिस,,"बेटा विनायक” सकुशल बरामद , टीम को एस एस पी ने दिया इनाम! हरिद्वार!

 


संपादक शिवाकांत पाठक!


( SSP हरिद्वार ने की थी थाना पुलिस एवं CIU की संयुक्त टीम गठित आरोपी दंपत्ति भी आई गिरफ्त में, बच्चा न होना बना अपराध की वजह )




( सकुशल बरामदगी पर क्षेत्रिय जनता कर रही है पुलिस कार्यशैली की प्रशंसा )






 वैसे वास्तविकता तो यही है कि कर्मशील व्यक्ति कभी भी किसी की प्रशंसा का मोहताज नहीं होते उनके श्रेष्ठ कार्य ही उनकी पहचान साबित होते हैं,, क्यों कि प्रतिभा अपनें आप में स्वयं इतिहास रचती हैं ,, सोचिए जब वीर हनुमान ने मां जानकी की खोज के समय आने वाली बाधाओं रुकावटों को अपनी सूझ बूझ से हल किया साथ ही लंका में प्रवेश द्वार पर खड़ी लंका की सुरक्षा प्रहरी लंकनी ने मच्छर के रुप में भी हनुमान को पहचान लिया तो सोचिए कितनी कड़ी निगरानियों को धराशाई करते हुए राम भक्त हनुमान मां सीता तक पहुंचने में कामयाब हुए,, तो क्या वीर हनुमान यह कार्य प्रसंशा के लिए कर रहे थे,,? नहीं यह उनका सेवा भाव एवम कर्म के प्रति सच्ची निष्ठा थी ,, आज उसी निष्ठा और कर्तव्य परायणता के कारण आई पी एस अजय सिंह के कुशल नेतृत्व का परिणाम सामने आ रहा है ,, लेकिन सच को सामने लाने का हौंसला भी होना चाहिए क्यों कि जिस देश में कलम सच को स्वीकार करने या लिखने की ताकत खो देती है उस देश में सच खून के आंसू रोता है,,, क्यों कि हमारे इतिहास में वीर अर्जुन के साहस को छुपाया नहीं गया ,, साथ ही दूसरे पक्ष कर्ण की दान वीरता एवम पराक्रम से भी इतिहास अछूता नहीं है जिसे आप सभी देख सकते यदि कभी समय हो तो पढ़िएगा,, 

 अब पढ़िए पुरी कहानी,,घर से निकली पत्नी की खोज में डेढ़ वर्षीय बच्चे (विनायक) के साथ हरिद्वार पहुंचे रोहतास पुत्र गजे सिंह निवासी ग्राम चौरा थाना ननौता तजिला सहारनपुर उ0प्र0 को हरिद्वार में एक दंपत्ति ने अपने विश्वास में लेकर पूरी मदद का आश्वासन दिया। बातों बातों में महिला ने युवक के पुत्र विनायक को अपनी गोद में लिया और पैदल-पैदल हर की पैड़ी की ओर आते समय भीड़ का फायदा उठाकर बच्चे सहित गायब हो गई।


खुद ही कुछ देर बच्चे व दंपत्ति को खोजने का प्रयास करने के उपरांत असफलता हाथ लगने पर युवक को अपना बच्चा चोरी होने का अहसास हुए। उक्त विषय में युवक द्वारा कोतवाली नगर हरिद्वार से सम्पर्क कर सारे घटनाक्रम की जानकारी दी। प्रारम्भिक तौर पर लाभप्रद जानकारी न मिलने पर मु0अ0सं0 374/23 धारा 363 आईपीसी दर्ज कर तलाश शुरु की गई।


बच्चा चोरी होने सम्बन्धित गंभीर प्रकरण होने के कारण एसएसपी अजय सिंह द्वारा कोतवाली नगर हरिद्वार व सीआईयू हरिद्वार की संयुक्त टीम गठित करते हुए जल्द से जल्द आरोपियों को तलाशने तथा बच्चे को सकुशल बरामद करने के निर्देश दिए गए।

 

बच्चे की तलाश में जुटी टीम ने संयुक्त टीम ने विभिन्न माध्यमों से जानकारी एवं सेकड़ों विडियो फुटेज खंगालकर बच्चे को चोरी करने वाले दंपत्ति श्रीमती सुनीता तथा बहादुर जोशी को हिल बाईपास रोड क्षेत्र से दबोचते हुए अपहृत बच्चे विनायक को सकुशल बरामद किया गया। जानकारी मिली है कि बच्चा न होने के चलते दम्पत्ति ने यह बच्चा चोरी किया था।


पुलिस टीम  में कोतवाली नगर एस आई अशोक कश्यप कांस्टेबल निर्मल , महिला कांस्टेबल  राजरानी एवम सी आई यू हरिद्वार टीम-में एस आई रणजीत सिंह (प्रभारी) , कांस्टेबल उमेश, हरवीर  , नरेंद्र, त्रिभुवन, पदम शामिल रहे!



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