भारत में आज भी जय हिन्द सम्मान का सूचक है तो फिर पुलिस को हिंदी में क्या कहते हैं,,,,,?
स.संपादक शिवाकांत पाठक।
क्या आपको मालूम है कि 14 सितंबर वर्ष 1949 के दिन ही देश के संविधान में हिंदी को अधिकारिक भाषा के रुप में अपनाया गया था,, अंग्रेजों ने भारत पर करीब 200 वर्ष से अधिक राज्य किया,, यह काफी लंबा समय था,, जबकि एक वर्ष तक यदि हम किसी भाषा, रहन सहन, या संस्कारों को अपनाते हैं तो वह सब हमारी आदतों में शामिल हो जाता है,, इसीलिए तमाम हिंदी के शब्द अंग्रेजी में इस तरह से शामिल हो गए कि जैसे उनका अपना अस्तित्व ही ना हो,,, लोग उन हिंदी शब्दो को अंग्रेजी मान बैठे,,
अब आप ही बताओ कि पुलिस तो अंग्रेजी शब्द है इसे हिंदी में क्या कहेंगे,, तो सुनिए पुलिस को हिंदी में रजकीय जनरक्षक कहा जाता है जिसे कि आप नहीं जानते,,, एक बात और आप को बता दें कि हिंदी एक ऐसी भाषा है जिसे दुनियां की हर भाषाओं में हिंदी ही कहा जायेगा,, लेकिन अफसोस है कि हम अपनी भाषा भूलते जा रहे हैं,, अंग्रेजी बोलने वाले को हम सम्मान की निगाहों से देख ख़ुद ही अपनी सभ्यता पर प्रश्न चिन्ह साबित हो रहें हैं,,
और हम हिंदी दिवस भी मनाते हैं ठीक वैसे ही जैसे कि हम मां को प्रथम गुरू मानते हैं शब्दो में मां का विशेष महत्व रखते हैं लेकिन शादी के बाद पत्नी के इशारों पर नाचते हुए उसी मां को वृद्धाश्रम छोड़ आते हैं,, यही हाल है इस समय हिंदी का,, आज सुप्रीम कोर्ट में यदि कोइ भी याचिका दायर करना हो तो याचिका अंग्रेजी में ही दायर होगी,, क्यों,,, आज तो भारत स्वतंत्र है ना,, भारतीय संविधान में भी हिंदी को ही श्रेष्ठ माना गया है फिर ऐसा क्यों,,,?
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