सच,, और कडुआ भी,,भ्रष्टाचार पर सी एम धामी शख्त,, फिर भी जमीनी मामले मे हरिद्वार क्यों बना निशाना,,!
आज की मुख्य हेड लाइन👇🏿
( मुख्यमंत्री के निर्देश पर भ्रष्टाचार में संलिप्त अधिकारियों पर की जा रही कार्यवाही )
( कर्मचारी आचरण नियमावली के उल्लंघन पर उत्तराखण्ड पेयजल निगम हल्द्वानी के अधीक्षण अभियंता को किया गया निलम्बित )
लेकिन जमीनी हेराफेरी मे धरम नगरी हरिद्वार ही निशाने पर क्यों,,
किसी किसान की ज़मीन पर मंगलम एसोसिएट्स नवोदय नगर डीलर रुपेश बारगोती निवासी ज्वालापुर हरिद्वार 58 ए भूखंड का हवाला देकर पट्टा आवंटन की बात कर किसान के मकान पर फर्जी सरकारी दस्तावेज चस्पा करता है ,, जिसकी लिखित शिकायत टिहरी पुनर्वास डी एम एवम जिलाधिकारी हरिद्वार श्रीमान मयूर दीक्षित जी को कृषक द्वारा दी गईं,, है,, चौकाने वाली बात यह है कि जिला प्रसाशन,, व चौकी इंचार्ज डीलर से नहीं, किसान से कह रहा है कि अपनी ज़मीन के खसरे नंबर कि पैमाइस कराओ,,, कल यदि विकास भवन मे किसी प्रॉपर्टी डीलर ने पट्टा होने की पुष्टि कर कालौनी काटना शुरू कर दी, फिर क्या होगा,, क्या बिकास भवन की पैमाइस होगी,,? या आवंटित पट्टे के खसरे की,, कौन देगा जबाब,,?न्याय से वंचित वादी यदि यदि मानसिक प्रताड़ना से त्रस्त होकर सपरिवार कोई भयानक कदम उठये तो कौन होगा जिम्मेदार,, ज़मीन तो माँ होती है कौन छोड़ देगा अपनी माँ को भू माफियायों के सामने,,
Comments
Post a Comment