घायल हुए भोले लिखने से पहले विचार अवश्य करना चाहिए,,!

स संपादक शिवाकांत पाठक,, ( बाईक स्लिप होने से घायल हुए भोले ) जिनकी जटाओ मे माँ गंगा विराजमान हैँ,, शेषनाग जिनके अभूषण हैँ,, संसार भस्म करने की क्षमता रखने वाले कालकूट विष का पान करने वाले सभी देवता, किन्नर, मनुष्यों के आराध्य भगवान विश्वनाथ,, भोले शंकर भी क्या कभी घायल हो सकते है,,? यदि नहीं तो फिर ऐसे शब्द का उपयोग क्यों,,? भोले के भक्त, कावड़िये,, श्रद्धांलु, आदि अनेकों शब्द हैं जिनका उपयोग किया जा सकता था,, जानकारी के आभाव मे ऐसे शब्दों का चयन नहीं किया जाना चाहिए जिन से करोड़ों लोगों की जन भावनाओं को चोट पहुचे,! हिन्दू धर्म मे शिव को महादेव महाकाल,, आदि शब्दों से पुकारा जाता है शास्त्रों मे वर्णित है कि भगवान शिव की भक्ति कर रहे मार्कण्डेय जी के प्राण जब यमराज ने लिये तो भगवान शिव को क्रोध आ गया और वे त्रिशूल लेकर यमराज को दंड देने हेतु दौड़े तभी देवताओ द्वारा क्रोध शांत कराया गया,, शिव और शक्ति हिन्दू धर्म में एक-दूसरे के पूरक हैं और ब्रह्मांड की रचना, पालन और संहार के लिए आवश्यक हैं। शिव पुरुष तत्व का प्रतिनिधित्व करते हैं, जबकि शक्ति स्त्री तत्व...