नवोदय नगर की एक कालौनी जल आपदा के निशाने पर। हरिद्वार।

रिपोर्ट महावीर गुसाईं,,,जो होना है वह होगा यही सत्य है वैसे तो आपदा से निपटने हेतु प्रशासन द्वारा काफ़ी धन राशि खर्च की गई है लेकिन नवोदय नगर का दुर्भाग्य है कि इस और प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराए जाने के बावजूद नहीं गया,,,एक पुरानी सच्ची कहावत है मिट्टी की ढाग से नदी का रुख नहीं मोड़ा जा सकता और गर्म पानी से किसी का मकान नहीं जलाया जा सकता ,, याद रखें पिछले साल आपदा इसलिए टली थी क्यों कि करीब तीन महीने लगातार खनन का कार्य किया गया था,, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ टेंडर जारी होने के दस दिन बाद खनन बंद करवा दिया गया था ऐसा क्यों किया गया यह बात सामने नहीं आ सकी,,अब तो बस राम भरोसे है नवोदय नगर जहां पर प्रशासन द्वारा पानी निकासी के लिए चैनल बनवाया गया था उससे दूसरी ओर नदी ने अपना रुख नवोदय नगर की तरफ कर दिया है साथ ही नवोदय नगर वालों को सावधान रहने की आवश्यकता है