Posts

मतलबी दुनियां में,मुश्किल है सच्चा मित्र मिलना! स. संपादक शिवाकांत पाठक!

Image
  तुलसीकृत रामचरितमानस की एक चौपाई जो कि ज्यादातर लोग जानते होंगे धीरज धर्म मित्र अरु नारी। आपति काल परखिए चारी। यह पूर्णतया सत्य है कि सच्चे मित्र की पहचान विपत्ति के समय ही होती है। जो मित्र विपत्ति में आपका साथ दे वही सच्चा मित्र है। जो मित्रों की खुशी में शामिल होता है और दुख आने पर आपसे दूर हो जाता है तो वह आपका सच्चा मित्र नहीं हो सकता बल्कि ऐसा मित्र तो शत्रु से भी ज्यादा खतरनाक है। मित्रता हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा होती है। मित्र के बिना हर व्यक्ति अकेला है। सच्चे मित्र मुश्किल से मिलते हैं। सुदामा कृष्ण की मित्रता सच्ची मित्रता का सबसे बड़ा  उदाहरण है। जिस प्रकार पौधों को जीवित रखने के लिए खाद और पानी की जरूरत होती है, उसी तरह मित्रता को बरकरार रखने के लिए सहयोग और सहनशक्ति की आवश्यकता होती है। मित्रता अनमोल है और हमें सुचारू रूप से चलने में सहायता करती है। हम सभी के जीवन में सच्चे मित्र का होना परम आवश्यक है, अतः मित्रता को हर हाल में बचा कर रखना चाहिए। संस्कृत का एक श्लोक है कराविव शरीरस्य नेत्र योरिव पक्षमणि। अविचार्य प्रियम कुर्यात तनमित्रं  मित्रमुच्यत...

मानवता की मिशाल कायम की अध्यक्ष राजीव शर्मा ने!

Image
हरिद्वार! स. संपादक शिवाकांत पाठक! शिवालिकनगर नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष राजीव शर्मा जी ने मौसम में बढ़ रही ठंड को देखते हुए क्षेत्र में गरीब जरूरतमंद लोगों को कंबल वितरित किए तथा पूरे नगर पालिका क्षेत्र में जगह-जगह अलाव की व्यवस्था कराई ताकि क्षेत्र में रह रहे लोगों को ठंड से राहत मिल सके । सर्दी के मौसम में रात के समय कोहरे धुंध के साथ बढ़ रही ठंड को देखते हुए चेयरमैन राजीव शर्मा ने खुले आसमान के नीचे बसर करने वाले गरीब असहाय लोगों के लिए कस्बे की गलियों और मुख्य चौराहों पर अलाव जलाने की व्यवस्था की गई है भाजपा मंडल महामंत्री कैलाश भंडारी ने कहा कि चेयरमैन राजीव शर्मा जी के सहयोग से अलाव एवं कंबल वितरण की व्यवस्था निरंतर भी आगे जारी रहेगी और क्षेत्र में रह रहे गरीब व  असहाय लोगों की मदद निरंतर होती रहेगी। इस दौरान व्यापार मंडल के अध्यक्ष सुनील शर्मा डिंपी, धर्मेंद्र विश्नोई, भाजपा मंडल महामंत्री कैलाश भंडारी ,कोषाध्यक्ष सुनील कौशिक ,सभासद पंकज चौहान, शशि भूषण पांडे, अमित भट्ट, अरुण पंडित  ,नवीन भट्ट, अंशुल शर्मा ,देवेंद्र चौहान आदि मौजूद रहे!

पुलिस आप सभी के लिए है तो फिर आप का फर्ज क्या है??

Image
  स. संपादक शिवाकांत पाठक! ये कुछ टीप्स हैं जो कि जीवन  मे काम आयेंगे 1) पोलिस के हाथ दिखाने पर  तुरंत रूक जाएं और  उनके सवालो के जवाब  विनम्रता से दे और ज्यादा होशियार ही भारी पडती है ! 2) अगर आप झगडा और लडाई कर रहे हो और पोलिस पहुच जाये तो उनके सामने हाथापाई ना करे चुपचाप खडे हो जाये. 3) पोलिस के सामने अकड़ ना दिखाये वरना दाउद जैसा डान भी आज तक दौड ही रहा हैं सिर्फ पोलिस के डर से! 4) पोलिस से सच सच बाते करे वरना कितने झुठ बोलने वाले शातिर  लोंग इनके सामने सच बोलते हैं 5) पोलिस से अपना काम निकालने के लिए मित्रता ना करे बल्की उनके काम आने के लिए मानवता के नाते  दोस्ती करें! 6) पोलिस से कोई बदतमीजी कर रहा हो तो उसका विरोध करे वरना दिल से सोचो वो पोलिस से बदतमीज़ी कर सकता हैं तो एक आम आदमी के साथ क्या करता होगा या करेगा! 7) खाखी वाले शेरो को  आप सभी के सहयोग की जरूरत  हैं  हमे इंसानियत के नाते उनके साथ खडे रहने की जरूरत हैं !  (8) याद रखिए पुलिस के कारण ही हम आप अपने परिवार के साथ  कड़ाके की ठंड में चैन की नींद सोते हैं क्यों कि ...

आप ने सुना होगा कि दुनियां बदल गई है!

Image
 स. संपादक शिवाकांत पाठक! लोग ज्यादातर कहते हैं कि दुनियां बदल गई है समय बदल गया लेकिन क्या बदल गया यह कभी आपने  सोचा ? सूरज जहां से निकलता था वहीं से निकल रहा है जहां ढलता था वहीं ढल भी रहा है वृक्षों के पत्ते पहले भी हरे थे आज भी हैं पहले जो हवा थी आज भी हैं पहाड़, नदियां, झरने, तालाब , आम, इमली, खजूर व नीम के पेड़ आदि सब कुछ वैसे ही हैं फिर बदल क्या गया है बिल्ली , कुत्ता, गाय, भैंस पहले की तरह ही है तो क्या बदल गया है यहां पर एक बात याद आ रही है जो कि गोस्वामी तुलसीदास जी ने राम चरित मानस में लिखा कि जाकी रही भावना जैसी प्रभु मूरत देखी तिन तैसी!! इंसान खुद बदल गया और इल्जाम कुदरत पर लगा रहा है  हम खुद इतना गिर गए हैं कि दूसरों पर भी यकीन नहीं रहा, जबकि इंसान ही एक ऐसा जीव है जिसने इंसान को भी नहीं छोड़ा पैसे के लिए भाई ने भाई को मार डाला लोग अपने देश के विकास का पैसा हर उपाय करने के बाद हड़प रहे हैं लेकिन लोग यह क्यों नहीं बताना चाहते कि हम खुद बदल गए हैं  हमारी हवस जब पैसे से पूरी नहीं हुई तो हम कुदरत को निवाला बनाने लगे जानवरों जैसे सांप, बिच्छू , कुत्ता, मुर्ग...

पूछता है हरिद्वार ?क्या जमीन खा गई तालाबों की भूमि!

Image
 संपादक शिवाकांत पाठक ! मिशन के तहत एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है ग्राम पूरन पुर साल्हापुर  हरिद्वार की सरकारी जमीन पर स्थिति रामजोड़ा जहां पर  गुरु नानक व संत रविदास जी का  शास्त्रार्थ हुआ था  व वह भूमि 12 बीघे सरकारी दस्तावेजों में दर्ज थी ,जो भूमि ऐतिहासिक धरोहर के रूप में रमजोड़ा तालाब के नाम से मशहूर थी उसके अस्तित्व को समाप्त करने के उद्देश्य से हरिद्वार जिला व तहसील  प्रशासन ने खुर्द बुर्द कर युक्त भूमि को वर्तमान में केवल 4 बीघे दर्साई है  8 बीघे जमीन आसमान खा गया या जमीन निगल गई यह बात सोचनीय है! संबधित पटवारी व ग्राम प्रधान पूरन पुर  पवन पाल द्वारा प्रशासन की शय पर प्रकृति के साथ खिलवाड़ करते हुए जिस तालाब के अस्तित्व को समाप्त किया गया शायद वे नहीं जानते कि माननीय सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश द्वारा सम्पूर्ण भारत के तालाबों का  सुंदरी करण कराए जाने के आदेश दिए गए थे लेकिन सुंदरी करण तो वाकायदे कागजों पर भारी रकम हड़पने के लिए किया जा रहा है पर मौके पर क्या है यह आम जनता नहीं जानती अनपढ़ बेवकूफ भोली जनता की बेवकूियां ...

दीपक रावत ने स्थाई पुलों का किया निरीक्षण! स. संपादक शिवाकांत पाठक!

Image
हरिद्वार। कुंभ मेले को दिव्य, भव्य रूप से कराने के लिए कराए जा रहे कार्यों को समय से पूरा कराने के लिए आज कुंभ मेलाधिकारी दीपक रावत ने आईजी मेला संजय गुंज्याल के साथ अस्थाई पुलों का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि भीड़ नियंत्रण और जाने और आने के लिए अलग अलग अस्थाई पुल बन रहे हैं। रैंप भी बनाया जाएगा। कुंभ स्नान में श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत न हो इसके लिए अविरल धारा बने रहने और दीनदयाल पार्किंग से आस्थापथ में जाने का मार्ग सुगम करने का निर्देश दिया। आस्थापथ के निकट घाट के सौंदर्यीकरण करने,दिव्यागों के सुविधा और सुरक्षा का ध्यान रखने जा निर्देश अधिकारियों ने दिया। कहा हाईवे और चंडी टापू को जोड़ने के पुल बनाया जाएगा। मेलाधिकारी दीपक रावत ने हर दिन कार्य योजना के डेट लाईन फिक्स करने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान आस्थापथ निर्माण कार्य मे देरी पर कड़ी नाराजगी जताते हुए हर हाल में कार्य को समयसीमा में पूरा करने की हिदायत दी। कुम्भ मेला करवेज के लिए मीडिया सेंटर स्थल का निरीक्षण भी किया। मेलाधिकारी ने कहा कुंभ को निर्विघ्न और सुगमतापूर्वक कराना हमारी प्राथमिकता और जिम्मेदारी है,...

बड़ी खबर गूगल देवता से भेंट वार्ता! स. संपादक शिवाकांत पाठक!

Image
आखिर तुम्हें हो क्या गया है ? इतने दिनों से तुम गूगल के रणक्षेत्र में अपनी कौशलता दिखला रहे हो और तुम्हारे फ्रेंड लिस्ट में सिर्फ १९४ मित्र ही हैं ?" वो हन गूगल देवता के गंभीर प्रश्नों ने हमें झकझोर दिया ! वैसे तो इन बातों को हमेशा ही हम गुप्त रखते हैं पर अपने देवता को यदि नहीं बताएँगे तो हो सकता है हमें नरक जाना पड़े ! हमने हाथ जोड़ कर उन्हें प्रणाम किया और नम्रता पूर्वक कहा ....... " प्रभु ... फेसबुक तो मित्रों से भरा पड़ा है ! हमारे भी बहुत सारे मित्र थे ! वे एक बार मित्र तो बन जाते हैं पर हमें उनसे शिकायत रह जाती है !" "शिकायत कैसी शिकायत ?.......जरा स्पष्ट करो मेरे वत्स !".... प्रभु ने पूछा ! " प्रभु ......हमें जब कभी किन्हीं व्यक्तिओं का फ्रेंड रिक्वेस्ट मिलता हैं तो सर्वप्रथम उनके प्रोफाइल को देखते हैं...और उनको हम मित्रता के बंधनों में जोड़ लेते हैं !" हमारे आराध्य गूगल देवता शांत चित हमारी बातें सुन रहे थे ! हमें ख़ुशी हो रही थी कि प्रभु इतने व्यस्त होते हुए भी हमारी बातें ध्यान से सुन रहे हैं ! उन्होंने जिज्ञाषा भरे अंदाज पूछा- "ये तो अच्...