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महंगाई और भुखमरी से बेहाल है देश ! रिजवान खान ( संयुक्त सचिव किसान कांग्रेस उत्तराखंड)

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  स. संपादक शिवाकांत पाठक!(वी एस इन्डिया न्यूज परिवार) गरीब मीडियम वर्ग आज की मंहगाई के सामने घुटने टेकने पर मजबूर. व्यापार राजनीति समाज और धर्म के साइड इफेक्ट तो देखने को मिल ही रहे हैं!लेकिन इससे कहीं ज्यादा खतरनाक हो रहे हैं गरीबी के हालात जी हां बढ़ती महंगाई ने गरीब मिडियमवर्ग आमजन का जीना मुहाल कर दिया है! देश में महाविपदा के कारण करोड़ों लोग बेरोजगारी तंगहाली महंगाई और भुखमरी का दंश झेल रहे हैं! पेट्रोल डीजल खाद्य तेल और रोजमर्रा के इस्तेमाल वाली वस्तुओं के दाम आसमान छू रहे हैं! जमाखोरी भ्रष्टाचार रिश्वतखोरी चरम पर है! लेकिन बिल्कुल असंवेदनशील और खुदगर्ज सत्ता के कर्णधार अपनी विलासितापूर्ण जीवन जीने में कोई कमी नहीं होने दे रहे हैं!इनके पतन के बाद जब इस दौर का इतिहास लिखा जाएगा तब इस दौर को नीरो से भी असंवेदनशील दौर के तौर पर लिखा जाएगा!अगर देखा जाएं तो देश व प्रदेश किसी न किसी समस्या से जूझ ही रह हैं कही आबादी के दबाव से तो कही भुखमरी से तो कही प्राकृतिक आपदाओं से परेशान है कोई निरक्षरता और बेरोजगारी से लड़ रहा है तो कोई सामाजिक असमानता और सांप्रदायिकता का दंश झेल रहा है इन सब...

स्वाद ही नहीं फायदों में भी लाजवाब है पनीर ! डॉ सुभाष नायक वैध (कनखल हरिद्वार)

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  स. संपादक शिवाकांत पाठक!   1 दांत और हड्डियों - पनीर का सबसे बेहतरीन लाभ है कि यह आपकी हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाता है साथ ही कैल्सीयम और फास्फोरस का एक बढ़िया स्त्रोत भी है। रोजाना पनीर का सेवन हड्डयिों की समस्या, जोड़ों में दर्द और दांत के रोगों से बचाए रखने में बेहद मददगार है। 2 मेटाबॉलिज्म - पाचन और पाचन तंत्र के लिए मेटाबॉलिज्म का रोल बहुत महत्वपूर्ण है। पनीर में अत्यधिक मात्रा में डायट्री फाइबर होते हैं जो भोजन के पाचन में बेहद मददगार साबित होता है। यह पाचन तंत्र के सुचारू रूप से चलने के लिए बेहद फायदेमंद और महत्वपूर्ण है। 3 कैंसर - पनीर का सबसे बड़ा लाभ यही है, इसमें कोई शक नहीं। हाल ही में हुए एक शोध में यह साबित हुआ है कि पनीर में कैंसर जनित कारणों और खतरों को कम करने की क्षमता है। पेट के कैंसर, कोलोन कैंसर और ब्रेस्ट कैंसर के इलाज में पनीर बेहद प्रभावी साबित हुआ है। 4 डाइबिटीज - ओमेगा 3 से भरपूर पनीर डाइबिटीज से भी बेहद प्रभावी तरीके से लड़ता है। विशेषज्ञ डॉक्टरों का कहना है कि वे भी अपने डाइबिटीज रोगियों को रोजाना पनीर को डाइट में शा मिल करने की सलाह देते हैं...

अविलम्ब उत्तराखंड भू क़ानून लागू करे सरकार : डा. महेन्द्र राणा (सदस्य भारतीय चिकित्सा परिषद उत्तराखंड)

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  स. संपादक शिवाकांत पाठक! वी एस इन्डिया न्यूज परिवार!    उत्तराखंड के वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता एवं भारतीय चिकित्सा परिषद के बोर्ड सदस्य डा महेंद्र राणा ने उत्तराखंड सरकार से मांग की है कि - सरकार अविलम्ब प्रस्ताव बनाकर अनुच्छेद-371 में प्रावधान कराए जिसमें हिमांचल प्रदेश की तरह उत्तराखंड में भी  रोजगार एवं भूमि पर केवल राज्य के निवासियों का अधिकार हो। दूसरे राज्यों के लोगों द्वारा की जा रही जमीनों की खरीद फरोख्त पर रोक लगाई जाए।     यह लड़ाई उत्तराखंड के जल-जंगल-जमीन, संस्कृति, रोटी-बेटी और हक हकूक की लड़ाई है । भू-कानून का सीधा-सीधा मतलब भूमि के अधिकार से है ,यानी आपकी भूमि पर केवल आपका अधिकार है न की किसी और का ।जब उत्तराखंड बना था तो उसके बाद साल 2002 तक बाहरी राज्यों के लोग उत्तराखंड में केवल 500 वर्ग मीटर तक जमीन खरीद सकते थे ,वर्ष 2007 में बतौर मुख्यमंत्री बीसी खंडूड़ी ने यह सीमा 250 वर्ग मीटर कर दी ।इसके बाद 6 अक्टूबर 2018 को भाजपा के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत एक नया अध्यादेश लाए, जिसका नाम 'उत्तरप्रदेश जमींदारी विनाश एवं भूमि सुधार अधिनियम,1950 ...

कानून का पालन सभी के लिए समान रूप से होना चाहिए! राम सुंदर यादव!

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  कानून का पालन सभी के लिए समान रूप से होना चाहिए क्यों कि लाक डाउन के चलते व्यापारियों की हालत बेहद गंभीर हो चुकी है दुकान मकान का किराया स्कूलों की फीस घर का खर्च आदि का भुगतान करना सभी के लिए मुसीबत बना हुआ है व एस ओ पी के अनुपालन में यदि थोड़ा सा भी समय दुकान बंद करने में हुआ तो चालान कि प्रतिक्रिया अपनाना व्यापारी वर्ग के लिए जले में नमक का काम करता है साथ ही तमाम खुली दुकानें जिनका चालान नहीं काटा जाता इस बात पर व्यापारियों में खासी नाराजगी जाहिर की है व कहा है कि कानून सभी के लिए समान है व पक्षपात पूर्ण ढंग से किसी भी तरह की नीतियों का इस्तेमाल गलत है!

ट्रेफिक नियमों का पालन करवाने हेतु पुलिस तत्पर! सिडकुल हरिद्वार!

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  स. संपादक शिवाकांत पाठक! ट्रेफिक नियमों की अनदेखी करना एक आम बात होती जा रही है जिसके भयानक परिणाम भी बड़ी दुर्घटनाओं के रूप में आम जनता को भुगतना पड़ते हैं लेकिन हम नहीं सुधरेंगे की सार्थकता सिद्ध करते हुए तमाम वाहन चालक विपरीत दिशा में चलना ही बहादुरी समझते हैं जबकि इस संबंध में सिडकुल पुलिस द्वारा समय समय पर ट्रैफिक नियमों के संबंध में लोगों को जागरूक करने का काम करती रहती हैं फिर जब लोग अपनी आदतों से बाज नहीं आना चाहते तो फिर चालान ही अंतिम इलाज होता है इसी क्रम में कल शाम थानाध्यक्ष एल एस बुटोला थाना सिडकुल ने सघन चेकिंग अभियान चला कर चालान काटे व हिदायत भी दी कि आइंदा नियम तोड़ने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी!

डाक्टर डे पर जब चिकितिस्कों ने दिखाई दबंगई !

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  अमानवीयता की सारी हदें लांघ कर मरीजों के लिए बने अभिशाप ये डाक्टर! कवरेज करने गए पत्रकारों को दी धमकी! मामला पहुंचा सिडकुल थाने में! बहादराबाद सिडकुल थाना क्षेत्र अन्तर्गत राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस पर जहां एक और संपूर्ण भारत में चिकित्सकों को सम्मानित किया गया वहीं दूसरी और चिकित्सा जगत के इस गौरवपूर्ण दिवस पर सिडकुल स्थित प्रतिष्ठित मेट्रो अस्पताल के चिकित्सक व स्टाफ के सभी कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर चले गए। अस्पताल स्टाफ के अचानक हड़ताल पर चले जाने के कारण वहां भर्ती मरीजों की जान पर बन आई।मरीजों के तीमारदार मेट्रो अस्पताल के चिकित्सकों व स्टाफ से रोगियों को देखने के लिए मनुहार करते रहे परंतु अस्पताल के स्टाफ का दिल नहीं पसीजा।उन्होंने अपनी  मांगे पूरी नही किये जाने तक मरीजों का इलाज  करने से  मना कर दिया इलाज नहीं मिलने से परेशान अनेक मरीजों के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन से भी गुहार लगाई परंतु फिर भी मरीजों को कोई इलाज नहीं मिला।अस्पताल की अव्यवस्था से परेशान होकर परिजन इलाज के लिए उन्हें  दूसरे अस्पताल में ले गए।  प्राप्त जानकारी के अनुसार पि...

युवा पीढ़ी के लिए भयानक खतरे का संकेत है नशा! एल एस बुटोला ( थानाध्यक्ष सिडकुल हरिद्वार)

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  स. संपादक शिवाकांत पाठक! अमित भट्ट उप निरीक्षक! श्रीमान पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था महोदय के निर्देशानुसार मनाए जा रहे ड्रग्स जागरूकता सप्ताह के परिप्रेक्ष्य में श्रीमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार महोदय के आदेशो के अनुपालन मे तथा श्रीमान पुलिस अधीक्षक नगर महोदय व श्रीमान सहायक पुलिस अधीक्षक क्षेत्राधिकारी सदर महोदय के निर्देशन मे दिनांक  27-06-2021को सिडकुल पुलिस द्वारा राजा बिस्कुट पर जन जागरूकता अभियान चलाते हुए राहगीरों व स्थानीय ग्रामीणों  एवं सिडकुल पार्किंग में चालक एवं परिचालकों को नशा न करने व नशे से होने वाले दुष्प्रभावो  के संबंध में अवगत कराते हुए थानाध्यक्ष एल एस बुटोला सिडकुल हरिद्वार ने कहा  कि नशे का प्रसार इतना व्यापक हो चुका है कि बच्चे किशोरावस्था से ही इसकी चपेट में आने लग जाते हैं। यह स्तर अनुमानतः नौवीं कक्षा से लगभग शुरु हो जाता है, बच्चे घर से ट्यूशन /कोचिंग के लिए जाते हैं तथा पान की गुमटियों से सिगरेट की फूंक मारनी प्रारंभ कर देते हैं। जिसमे घर पर माता पिता द्वारा अनदेखी करना व गौर ना करना मुख्य कारण है क्यों कि प्रथम प...