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पितृ भक्ति का सच्चा उदाहरण बने मनीष अग्रवाल! ज्वालापुर हरिद्वार! रिपोर्ट मुकेश राणा!

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  स. संपादक शिवाकांत पाठक! अग्रवाल ट्रेडर्स के मालिक श्री मनीष अग्रवाल जी  पीठ बाजार ज्वालापुर के प्रतिष्टित व्यापारी है एक बहुत ही नेक दिल इंसान है हर समय गरीबों की सेवा में तत्पर रहते हैं इन्होंने अपने दादा जी और पिता जी के सपनों को साकार करने के लिए एयरफोर्स की लगी हुई नॉकरी छोड़ दिया क्यों कि गो स्वामी तुलसी दास जी महराज ने राम चरित मानस में लिखा है,,  मात पिता अरु गुरु की बानी, बिनहि विचार किए शुभ जानी !! अर्थात माता पिता और गुरु के आदेश में विचार के लिए स्थान नहीं है अयोध्या के राजसिंहासन के सर्वथा सुयोग्य उत्तराधिकारी थे भगवान श्रीराम। सम्राट के ज्येष्ठ पुत्र होने के नाते यह उनका अधिकार भी बनता था मगर पिता की आज्ञा उनके लिए सारे राजसी सुखों से कहीं बढ़कर थी। अतः उनकी आज्ञा जानते ही राम बिना किसी प्रश्न के, बिना किसी ग्लानि या त्याग जताने के अहंकार के, वन की ओर जाने को तत्पर हो उठे। स्वयं दशरथ के मन में श्रीराम के प्रति असीम स्नेह था, मगर वे वचन से बंधे थे। एक ओर पुत्र प्रेम था, तो दूसरी ओर कैकयी को दिया वचन पूरा करने का कर्तव्य। इस द्वंद्व में जीत कर्तव्य की हुई और द...

महिलाएं निर्भीकता से रहें कानून उनके साथ है! अनूप भारद्धाज एडवोकेट!

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  रिपोर्ट मुकेश राणा स. संपादक शिवाकांत पाठक उत्तराखंड! पिछले दशकों में स्त्रियों का उत्पीड़न रोकने और उन्हें उनके हक दिलाने के बारे में बड़ी संख्या में कानून पारित हुए हैं। अगर इतने कानूनों का सचमुच पालन होता तो भारत में स्त्रियों के साथ भेदभाव और अत्याचार अब तक खत्म हो जाना था। लेकिन पुरुषप्रधान मानसिकता के चलते यह संभव नहीं हो सका है। आज हालात ये हैं कि किसी भी कानून का पूरी तरह से पालन होने के स्थान पर ढेर सारे कानूनों का थोड़ा-सा पालन हो रहा है, लेकिन भारत में महिलाओं की रक्षा हेतु कानूनों की कमी नहीं है। भारतीय संविधान के कई प्रावधान विशेषकर महिलाओं के लिए बनाए गए हैं। इस बात की जानकारी महिलाओं को अवश्य होना चाहिए। गर्भावस्था में ही मादा भ्रूण को नष्ट करने के उद्देश्य से लिंग परीक्षण को रोकने हेतु प्रसव पूर्व निदान तकनीक अधिनियम 1994 निर्मित कर क्रियान्वित किया गया। इसका उल्लंघन करने वालों को 10-15 हजार रुपए का जुर्माना तथा 3-5 साल तक की सजा का प्रावधान किया गया है। दहेज जैसे सामाजिक अभिशाप से महिला को बचाने के उद्देश्य से 1961 में 'दहेज निषेध अधिनियम' बनाकर क्रियान्वित किया...

पत्रकारों के हित के लिए अंतिम सांस तक संघर्ष करूंगा – उमेश राणा!

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  स. संपादक शिवाकांत पाठक! लखनऊ उत्तरप्रदेश !  नेशनल मीडिया जर्नलिस्ट हेल्प यूनिट की राष्ट्र कार्यकारिणी की एक आवश्यक बैठक लखनऊ में संपन्न हुई । जिसमें कई राज्यों से आए हुए पत्रकारों के द्वारा उमेश राणा को सर्वसम्मति से राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया।       कई राज्यों से आये पत्रकार बंधुओं ने राष्ट्रीय अध्यक्ष का माल्यार्पण कर स्वागत किया जिस पर उमेश राणा ने लोगों का आभार प्रकट करते हुए कहा कि जिस तरह आप लोगों ने  इतनी बड़ी जिम्मेदारी दी है उसका मैं आभार व्यक्त करता हूं उन्होंने कहा कि आज तक यह यूनिट पत्रकारों के लिए हेल्पलाइन के रूप में कार्य करती थी अब संगठन के रूप में पूरी जिम्मेदारी के साथ पत्रकारों के हित के लिए कार्य करती रहेगी तथा मैं संगठन को आगे बढ़ाने का सतत प्रयत्नशील रहूंगा तथा देश व प्रदेश स्तर पर अपने पत्रकार साथियों के लिए पत्रकारिता से संबंधित समस्यों के समाधान के लिए सदैव तत्पर रहूंगा साथ ही श्री राणा ने कहा कि पत्रकारों के हित के लिए ही यह संगठन बनाया गया है साथ ही हमेशा पत्रकारों का उपयोग किया जाता रहा है उनकी वास्तविक जरूरतों पर किसी भी स...
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  नौटियाल क्लासेज अब नई लोकेशन पर आ रहा है।अपोजिट बटरफ्लाई स्कूल, मैन रोड, नवोदय नगर 5 से 10 कक्षा के छात्रों के लिए मैथ्स, साइंस, इंग्लिश 11 से 12 क्लास के साइंस के छात्रों के लिए, मैथ्स, फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी की क्लासेज कॉमर्स के छात्रों के लिये एकाउंट्स, इकोनॉमिक्स, बिसनेस स्टडीज, इंग्लिश की क्लासेज *4 months English speaking course. You pay for 4 months only and join classes later free of cost. Govt job preparation* *सम्पर्क: *दीपक नौटियाल* 7248237026 7830293751 समाचारों व विज्ञापनों के लिए संपर्क करें संपादक शिवाकांत पाठक उत्तराखंड 9897145867

महिलाओं के लिए कौन बन गया वरदान?

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  हरिद्वार! स. संपादक शिवाकांत पाठक उत्तराखंड! नारी ही मानव जीवन का आधार है साथ ही समर्पण , सहनशीलता की प्रतिमूर्ति भी है नारी शक्ति ही प्रकृति है नारी उपेक्षा की पात्र नहीं अपितु सदैव निस्वार्थ प्रेम का पर्याय है जो अपने पति सत्यवान के प्राणों को यमराज के हांथों से वापस लाई  वह नहीं यदि इलाज या उपचार के अभाव में दर दर भटकने को मजबूर हो तो यह मानव जाति के लिए बेहद शर्मनाक विषय है ! हेल्पिंग उज्जवल फाउंडेशन ट्रस्ट द्वारा महिलाओं को स्वास्थ्य एवम् स्वालंबी बनाने हेतु ग्रामीण आंचलों में सक्रियता से घर घर  संपर्क किया जा है ताकि नारी शक्ति अपने को अबला या कमजोर न समझे फाउंडेशन की अध्यक्ष राहुल जी व सचिव ममता सिंह ने वर्तमान में महिलाओं की स्थिति को देखते यह दूर दर्शी कदम उठाया ताकि हर महिला स्वास्थ्य को लेकर खुद परेशान महसूस ना करे जैसा कि प्राचीन ग्रंथों में कहा भी गया है कि पहला सुख निरोगी काया मनुष्य का जीवन अनमोल है जिसे खो देने पर दुबारा पा लेना असम्भव है  आज हेल्पिंग उज्जवल फाउंडेशन ट्रस्ट मानव जीवन के कल्याण के लिए संपर्क कर सभी महिलाओं को जागरूक करने का कार्य कर ...

मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह संपन्न! देहरादून!

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  स. संपादक शिवाकांत पाठक उत्तराखंड! प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में बुधवार को परेड ग्राउण्ड देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।  इसके साथ ही राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (से.नि.) गुरमीत सिंह ने मंत्रियों को भी पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। कार्यक्रम में राज्यपाल ने श्री सतपाल महाराज, श्री प्रेमचन्द अग्रवाल, श्री गणेश जोशी, डॉ. धन सिंह रावत, श्री सुबोध उनियाल, श्रीमती रेखा आर्या, श्री चन्दन राम दास एवं श्री सौरभ बहुगुणा को मंत्री पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।  श्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को परेड ग्राउण्ड में मुख्यमंत्री की शपथ लेने से पहले सन्त महात्माओं पर पुष्प वर्षा की और उनका आशीर्वाद लिया।   इस अवसर पर भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जे.पी.नड्डा, केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह, केन्द्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह, केन्द्रीय परिवहन मंत्री श्री नितिन गडकरी, केन्द्रीय संसदीय कार्य मंत्री श्री प्रहलाद जोशी, केन्द्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्...

एक महिला को जिंदा चीर देना क्या भाई चारा साबित करता है! रिपोर्ट मुकेश राणा!

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  स. संपादक शिवाकांत पाठक उत्तराखंड! (बहिन तुम्हे बचा नहीं सके गुस्से में कांप रहे थे लोग) (रोंगटे खड़े कर देने वाली सत्य घटना) आपके साहस को कोटि कोटि नमन (क्या कर रही थी उस समय सरकार) डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री की फिल्म कश्मीर फाइल्स (Kashmir Files) की रिलीज़ के बाद कश्मीरी पंडितों पर अत्याचार का मामला एक बार फिर से सुर्खियों में आ गया है. आतंकवादियों के डर से अपने घर. अपनी यादें कश्मीर में छोड़कर आने वाले लोगों ने जब ये फिल्म देखी वो रो पड़े. फिल्म में एक कहानी गिरिजा टिक्कू (Story Of Girija Tickoo) की भी दिखाई गई है. 11 जून 1990 को रोंगटे खड़े कर देने वाला वो दिन जिसे भूला नहीं जा सकता. गिरजा टिक्कू जो एक स्कूल में लैब असिसटेंट का काम करती थीं उस दिन अपनी सैलरी लेने गई थीं. जिसके बाद वो अपनी एक दोस्त से मिलने चली जाती हैं. आतंकी काफी समय से गिरजा पर नज़र रखे हुए थे. बस फिर क्या था आतंकियों ने गिरिजा का अपहरण कर लिया. गांव के लोग जानते थे ये सब किसने किया है. लेकिन डर के कारण कुछ बोल नहीं पाए.?? फिर आतंकियों ने गिरिजा के साथ ऐसा कुछ किया जिसे सुनकर भी रुह कांप जाती है. उन्होंने ...