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ना मंदिर में वो रहता है ना मस्जिद में कोई घर है

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 ना मंदिर में वो रहता है ना मस्जिद में कोई घर है! अगर घर है कोई उसका तो तेरे दिल के अंदर है!! मैं हिन्दू हूं मुसलमां तुम ये इंसानों की फितरत है! वो मालिक है सभी का उसके आगे सब बराबर है!! है अंदाजा तुम्हे आगे सफर मुश्किल भरा होगा! मगर जब हम सफर है वो तो फिर किस बात का डर है!! नहीं मालूम तुमको ज़र्रे ज़र्रे में छिपा है वो! वो हर कतरा है दरिया है वही हर इक समुंदर है!! निगाहों में बसी दुनियां तुम्हारे,वो दिखे कैसे! ना उसका रूप है ना रंग है वो तेरे अंदर है! मैं डरता तो नहीं गर डर भी जाऊं तो डरूं किससे! मुझे सारे जहां में सिर्फ एक मालिक का ही डर है!! *रचना=*स. *संपादक  शिवाकांत पाठक*  *वी एस इन्डिया न्यूज परिवार हरिद्वार उत्तराखंड*

कोरोना से मृत डाक्टरों को दी अश्रुपूरित श्रद्धाजलि ! उरई जालौन (उत्तर प्रदेश)

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  संपादक शिवाकांत पाठक! ईप्सेफ एवम् राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के तत्वाधान में जिला चिकित्सालय उरई के समस्त फार्मासिस्ट संवर्ग नर्स संवर्ग  ने साथियों व पदाधिकारियों के साथ कोरोना महामारी से जूझते हुए एक कुशल योद्धा की तरह जंग में संक्रमित होने पर मृत स्टाफ को दो मिनट का मौन रख कर भाव भीनी श्रद्धांजलि अर्पित की  व उनके परिजनों को साहस प्रदान करने हेतु ईश्वर से प्रार्थना की साथ ही विश्व तम्बाकू दिवस पर सभी ने इसका सेवन ना करने हेतु जनता का मार्ग दर्शन किया तथा शपथ ली कि तम्बाकू का सेवन नहीं करेगें  इस दौरान डॉ महेश कुमार (काउंसलर तम्बाकू), डॉ मनोज राही, कमलेश कुमार जी (चीफ फार्मासिस्ट), डॉ सुबोध नायक (प्रांतीय उपाध्यक्ष डी.पी. ए) डॉ टी. पी. गौतम (कोषाध्यक्ष डी.पी. ए) डॉ जे पी सिंह, डॉ एम डी राजपूत, डॉ प्रदीप कुमार, डॉ कमलेश वर्मा, कात्यायनी, मेधा, निर्मला, मंजू, सोनाली, नीतू , उषा दोहरे, श्री सोनपाल जी , परवेज, शिवकुमार, प्रेम यादव, राज नारायन , संतोष आदि उपस्थित रहे!

इंसानियत जिंदा है अभी महिंद्रा कम्पनी ने कायम की मिशाल! सिडकुल, हरिद्वार!

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  स. संपादक शिवाकांत पाठक! भारतीय सभ्यता व संस्कृति को आज विश्व में अग्रणी माना जाता है यह देश ऋषि मुनियों का देश है त्याग तपस्या बलिदान का देश है यहां के वेद, उपनिषद, शास्त्र विज्ञान की आधार शिला साबित होते हैं हमारे शास्त्रों में लिखा है कि धन की तीन गतियां होती हैं क्या आप जानते हैं वह कौन सी हैं ? नहीं तो पढ़िए  (1)  धन की पहली गति है भोग यानी आप ऐशो आराम सुख भोगने के लिए धन का इस्तेमाल कर सकते हैं! (2) धन की दूसरी गति है दान इसे आप किसी भी जीवधारी के उपकार के लिए दान दे सकते हैं ! (3) धन की तीसरी गति व अंतिम गति है नाश यानी विनाश आप समझ गए होंगे यह मेरा विचार या कल्पना नहीं वल्कि शास्त्रों में लिखी बात है धन की तीन ही गतियां होती हैं यदि आपने भोग में ऐशो आराम में या दान में खर्च नहीं किया तो अंतिम गति तो केवल नाश है उसे विनस्ट हो जाना है चाहे सरकार के पास जाए या दैवी आपदा की भेंट चढ़ जाए ! महत्वपूर्ण बात तो यह है कि सर्वश्रेष्ठ गति सिर्फ दान है जिसके परिणाम मैं लिख नहीं सकता देव शक्तियां भी दान के आगे नतमस्तक हो जाती है तो आज वही दान की सर्वोत्तम गति को सार्थकता प्रद...

मिशन हौसला के तहत थाना सिडकुल ने बांटा राशन! सिडकुल हरिद्वार

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स. संपादक शिवाकांत पाठक! डी जी पी देहरादून उत्तराखंड द्वारा कोरोना संकट के समय वर्दी में छिपी इंसानियत को रूबरू कराने के उद्देश्य को लेकर मिशन हौसला की शुरुआत की थी जिसे सम्पूर्ण उत्तराखंड में युद्ध स्तर पर पोलिस प्रशासन द्वारा चलाते हुए गरीब मजबूर लोगों की सेवा में तत्परता के साथ  सार्थक प्रयास किए जा रहे हैं इसी क्रम में थानाध्यक्ष सिडकुल हरिद्वार एल एस बुटोला द्वारा भी गरीब मजबूर लोगों को राशन किट वितरण कर मानवता की मिशाल कायम की गई ! दिनांक 26-05-2021 थाना सिडकुल जनपद हरिद्वार वर्तमान में कोरोना वायरस नामक बिमारी को विश्व , भारतवर्ष एवं उत्तराखण्ड राज्य सरकार द्वारा माहामारी घोषित किया गया है तथा प्रदेश में कोरोना संक्रमण अत्यधिक होने के कारण शासन / प्रशासन स्तर पर सम्पूर्ण राज्य में कोविड कर्फ़्यू घोषित किया गया है । वर्तमान में कोविड कर्फ़्यू के कारण असहाय एवं बेरोजगार व्यक्तियों की सहायता हेतु पुलिस विभाग द्वारा मिशन हौसला अभियान चलाया जा रहा है । दिनांक 26.05 2021 को थाना क्षेत्रान्तर्गत रोशनाबाद में झुग्गी झोपडियों में रहने वाले गरीब परिवार द्वारा कोई रोजगार न होने के कारण...

बाबा रामदेव पर नहीं भारतीय संस्कृति पर हमला! हरिद्वार!

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   स. संपादक शिवाकांत पाठक! हरिद्वार। एलोपैथी व एलोपैथी डॉक्टरों पर दिए गए बयानों को लेकर बाबा रामदेव पिछले कई दिनों से चर्चा में लाए जा रहे हैं इसमें कुछ पार्टी विशेष के दिलजले लोगों की अहम भूमिका है। वरना कौन नहीं जानता कि गुलामी के पहले हम भारत वासी थे अब इन्डियन हो गए हम जब पैदा हुए तब आयुर्वेद की गोद में ही सांस ली थी आयुर्वेद प्रकृति की देन है प्रकृति से दूर रहकर कौन जी सकता है कोई भी वैज्ञानिक डाक्टर जो ईश्वर को ना मानकर खुद को खुदा समझता है वह कुदरत की कोई भी चीज बिना इस्तेमाल किए यदि कोई भी दवा बना दे तो मैं ईश्वर की सत्ता को दी गई चुनौती स्वीकार कर लूंगा ? यहां पर मैं किसी भी पार्टी का ना तो पक्ष कर रहा हूं ना विरोध बस यही पूछना है कि एलोपैथ वाले क्या घरों में जीरा, हींग, हल्दी हरी सब्जियां या अन्य फल जो कुदरत ने पैदा किए हैं इस्तेमाल नहीं करते विरोध करते हैं क्या आयुर्वेद का भाई आयुर्वेद कुदरत में पैदा हुई हर चीज है  कुछ समय यदि अंग्रेजों ने यहां राज्य कर लिया तो क्या हम जिस कुदरत ने हमको पैदा किया उसे भूल कर अंग्रेज बन जाएं अंग्रेजी पढ़े अंग्रेजी दवा खाएं आयुर...

संकट के समय राजनीति नहीं मानव सेवा को प्रमुखता दें! हरिद्वार! भास्कर चंद्रा!

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    स. संपादक शिवाकांत पाठक! वी एस इन्डिया न्यूज परिवार रत्ना फाउंडेशन के संचालक भास्कर चंद्रा ने कहा कि वर्तमान समय पर देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है इंसानियत इम्तहान ले रही मानवता चीख चीख कर मानव सेवा के लिए पुकार रही है परन्तु फिर भी कुछ लोग इस संकट की घड़ी में राजनीति से संबंधित पोस्ट शोसल मीडिया पर डाल कर  मानवता का मजाक उड़ा रहे हैं जरा सोचिए तमाम बच्चे अनाथ हो गए हैं तमाम परिवार कोरोना ने निगल लिए हैं तमाम लाशों को कंधा देने वाले नहीं मिले तमाम लाशें नदियों में बह रही हैं हर तरफ बेबसी लाचारी है क्या इस समय आप की मानवता सो चुकी है यह वक्त राजनीति से दूर हट कर एक दूसरे की सेवा करने का है एक बात और बताऊं कुछ माध्यम वर्गीय परिवारों में ऐसे लोग हैं जो कह नहीं सकते घुट घुट कर मर सकते हैं इसलिए सभी के काम यदि इस समय नहीं आ सके तो मानव जीवन देने वाले को क्या मुह दिखाओगे ? आप सभी से अनुरोध है कि इस संकट की घड़ी में मानव सेवा को प्रमुखता दें पक्छियों का बेजुबान जानवरों का ध्यान रखें !

गरीब जनता के लिए मसीहा साबित हुए नेता जी रिजवान खान! हरिद्वार !

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  स. संपादक शिवाकांत पाठक! कोरोना महा भयानक संकट की स्थिति में जहां एक ओर लोग आपदा में अवसर तलाश करते हुए मुनाफा खोरी व कालाबाजारी में इंसानियत को तार तार कर जनता को लूट रहे हैं वहीं दूसरी ओर किसान कामगार  कांग्रेस उत्तराखण्ड के संयुक्त सचिव रिजवान खान  व निजाम पठान गरीब बेसहारा लोगों को खाना, सूखा राशन, चीनी, दालें, चावल आदि बांट कर मानवता का धर्म निभा रहे हैं  रिजवान खान ने कहा कि कामना खाना तो जीवन भर रहता है लेकिन बेबस लाचार लोगों को खाना खिलाने के लिए ऊपर वाला बहुत बड़ा देने वाला है दूसरी बात वक्त कभी भी एक जैसा नहीं रहता विपत्ति की इस घड़ी में सभी समाज सेवी संस्थाओं को जनता की मदद के लिए आगे बढ़ कर सहयोग करना चाहिए किसान कांग्रेस सदैव गरीबों मजबूर लोगों व किसानों के साथ कदम से कदम मिलाकर हर सुख दुख में साथ रही है व रहेगी श्री खान ने रावली महसूद, सलीम पुर, बहादराबाद, शिवालिक गंगा बिहार आदि में जाकर भोजन वितरण किया ! गरीब जनता श्री खान को गरीबों का मसीहा कहकर बुलाती है !