आई पी एस प्रमेन्द्र डोबाल थामे हुए हैं नशामुक्त समाज के निर्माण की मशाल जानते कब से,,?
स.संपादक शिवाकांत पाठक।
( जनता से सीधा संवाद स्थापित करने के लिए पुलिस की चौपाल प्रत्येक शनिवार हो रही आयोजित )
आई पी एस प्रमेंद्र डोबाल द्वारा नशे के विरुद्ध जो भी मुहिम चलाई जा रही है क्या आप यह समझते हैं कि एस एस पी हरिद्वार इस मुहिम को केवल वाहवाही लूटने के लिए चला रहें हैं या फिर इसके पीछे उत्तराखंड के मुखिया सी एम धामी जी का संकल्प और उत्तराखंड को वर्ष 2025 तक पूरी तरह से नशा मुक्त बनाने की कल्पना को साकार रुप प्रदान करना श्री डोबाल जी का प्रमुख उद्घेष्य है,,
अब हम आपको ले चलते हैं उस वास्तविकता की ओर जहां कि जहां तक लोगों की सोच और विचार धारा नहीं पहुंच पाती है,,
पढ़िए 👇🏽
एस एस पी हरिद्वार एक ऐसे आई पी एस हैं जिन्होंने ना सिर्फ़ समाज में व्याप्त अपराध जगत में हड़कंप मचा दिया वल्कि समाज में व्याप्त उन तमाम बुराइयों को समूल नष्ट करने का बीड़ा उठाया जिससे समाज की युवा पीढ़ी विनाश की कगार पर पहुंच रही थी,, श्री डोबाल उस समय चमोली जिले की कमान संभालते थे,, राष्ट्र की धरोहर भारत का भविष्य कहलाने वाले युवा वर्ग को नशे की प्रवृत्ति से बाहर लाने के लिए आई पी एस प्रमेंद्र डोबाल ने नशे के खिलाफ जनपद चमोली में एक मुहिम छेड़ दी,, उनके शख्त निर्देशों के चलते चमोली जिले के नशा माफियाओं में हड़कंप देखने को मिला,, यहां आपको हम स्पष्ट रूप से बताते हैं कि पुलिस विभाग का निर्माण भारत देश की आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त सुदृढ़ बनाने हेतु किया गया है लेकिन समाज में व्याप्त वे बुराइयां जो कि राष्ट्र निर्माण में सहायक युवा पीढ़ी को तबाही के गर्त में धकेल दें उसका समूल विनाश करने की चाहत रखने वाले आई पी एस प्रमेंद्र डोबाल ने एक बार यह साबित कर दिखा दिया कि भारतीय पुलिस अफसर अपनी भारतीय जनता से कितना आंतरिक प्रेम करते हैं, धन्य है ऐसी कर्मठता को धन्य है ऐसी राष्ट्र सेवा को ,,
हरिद्वार जनपद में एस एस पी हरिद्वार के कुशल नेतृत्व में चलाए जा रहे नशा मुक्त अभियान एवम जन जागरूकता अभियान में सफलता का परचम लहराने में सहायक हरिद्वार पुलिस को मै वी एस इंडिया न्यूज चैनल परिवार की ओर से कोटिश: आभार व्यक्त करता हूं,, और आशा करता हूं कि देश के सभी प्रांतों में सभी लोग इस कार्य शैली का अनुसरण करें 🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹
अपने विचार एवम समाचारों हेतु सम्पर्क करें 📲📲📲📲9897145867
Comments
Post a Comment