खनन माफियायों और थाने के दलालों पर भी उठ रहे हैं सवाल। हरिद्वार।
रिपोर्ट महावीर गुसाईं,,,,,
( सोशल मीडिया पर वरायल विडियो में कथित पत्रकार को जो लोग पकड़ कर ला रहे हैप्रदीप कुमार जिला खनन अधिकारी ने इन सभी के खिलाफ किया था मुकदमा ,,,, आखिर ये समाज के ठेकेदार या खनन माफिया,,,? )
खनन माफियायों और थाने के दलालों पर भी उठ रहे हैं सवाल। हरिद्वार।
( न्यायालय में पत्रकार नेशनल हेल्प यूनिट करेगी इस मामले में साक्ष्य प्रस्तुत,, तब होगा दूध का दूध पानी का पानी,,)
( भारतीय संविधान में वर्णित अभिव्यक्ति की आजादी को कुचलने का कुप्रयास ना काबिले बर्दास्त,, चाटुकार नहीं अब पत्रकार एक जुट होकर सत्य को करेंगे उजागर,,)
(दिन दहाड़े बेखौफ होकर किए जा खनन पर भी उठ रहे हैं तमाम सवाल ,, खनन माफियायो द्वारा चर्चा का विषय बन गई है इंट्री )
शिकायतकर्ता जोगिंदर सिंह ने पुलिस को शिकायत पत्र में बताया की वह ट्रैक्टर व जेसीबी का मालिक है और वह सिडकुल स्थित कंपनियों में मिट्टी भराव व खुदान काम करता है लेकिन सवाल यह की क्या हाल फिलहाल में भी ठेकेदार जोगिंदर का किसी कंपनी में कोई काम चल रहा था या नहीं यदि चल रहा था तो क्या ठेकेदार के द्वारा मिट्टी के भराव या खुदान के सभी मानकों को पूरा किया गया था ?
बड़ा सवाल,,अवैद्य भंडारण आखिर किसके हैं जिनकी सूचना माननीय मुख्यमंत्री जी को भेजी जा चुकी है,,,? यदि भण्डारण हटाए गए तो साक्ष्य मिटाने वाले कैसे बचेंगे,,शिकायतकर्ता जोगिंदर के अनुसार कथित पत्रकार₹10000 पहले ले जा चुका था उसके बाद और ₹10000 की मांग की जा रही थी जिससे परेशान होकर जोगिंदर ने पुलिस से शिकायत की लेकिन सवाल यह भी है कि शिकायतकर्ता जोगिंदर ने कथित पत्रकार को₹10000 किस कारण से दिए थे कहीं इसका कारण यह है तो नहीं था कि ठेकेदार के द्वारा कंपनी में काम करने के दौरान सभी तहर के मानकों को पूरा नही किया गया था।
जिला मुख्यालय के आसपास के गांव में रहने वाले कई बड़े ठेकेदारों के द्वारा अवैध भराव व खुदान के कामों से राजस्व विभाग को लगाया जाता है लाखो रुपए का चुना
अक्सर जिला मुख्यालय के आसपास के गांव रोशनाबाद , रावली महदूद व सलेमपुर के क्षेत्र से ऐसे मामले सामने आते हैं कि जब कहीं बड़े ठेकेदारों के द्वारा अवैध रूप से खनन किया जाता है और राजस्व विभाग सहित अन्य विभागों को लाखों रुपए का चूना लगाया जाता है हालांकि संबंधित विभागों के द्वारा समय-समय पर ऐसे ठेकेदारों के ऊपर कारवाई भी की जाती है लेकिन उसके बावजूद भी यह ठेकेदार अपनी हरकतों से बाज नहीं आते हैं बीते महीने पहले खनन विभाग के द्वारा मौके पर पहुंचकर कई ट्रैक्टर ट्राली को खनन सामग्री के साथ पड़कर कार्रवाई की गई थी।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें कुछ लोगों के द्वारा कथित पत्रकारों को पड़कर थाने लाया जा रहा है और उनकी वीडियो भी बनाई जा रही है वीडियो में साफ सुना जा सकता है की वीडियो बनाने वाला व्यक्ति यह कह रहा है कि दो फर्जी पत्रकारों को पकड़ा है जो ₹20000 की मांग कर रहे थे। लेकिन यह सवाल यह है कि जो लोग कथित पत्रकारों को पकड़ कर लेकर आ रहे हैं उनकी वीडियो बना रहे हैं वह लोग कौन है क्या वह स्थानीय लोग या समाज सुधारक ठेकेदार और उसे वक्त यह सभी उस स्थान पर क्या कर रहे थे जब इन कथित पत्रकारों के द्वारा पैसों की मांग की जा रही थी। इस तरह के कई सवाल शिकायत ठेकेदार के साथ-साथ उन लोगों पर भी उठाते हैं जो इन कथित पत्रिकाओं की वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर रहे हैं। कई ऐसा तो नहीं है की यह सभी लोग खनन माफिया है और सभी के अवैध रूप से खनन के कारोबार चलते हैं और किसी साजिश के तहत इन कथित पत्रकारों को अपना शिकार बनाया गया हो सवाल एक नहीं कई है जब इन सभी सवालों के जवाब शिकायत करता ठेकेदार से लेने का प्रयास किया गया तो उन्होंने अपने आप को हॉस्पिटल में होना बताया गया है।
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