नए वर्ष में अतीत की यादें कैसे भुलाओगे! प्रदीप चौधरी मण्डल ब्यूरो चीफ!
नए साल का जश्न मनाने में आप सब कुछ ज्यादा ही व्यस्त हो पुराना साल बीत गया अब नया साल आ गया लेकिन क्या आप ने कभी सोचा कि अपने क्या क्या खो दिया जिसकी भरपाई आप कभी भी नहीं कर सकते हमारा देश करीब 150 वर्ष अंग्रेजों के आधीन रहा उन्होंने लूटा भी और अपनी परंपराएं भी मानने के लिए बाध्य कर दिया और हम अपनी संस्कृति भूल कर उनके बताए रास्ते पर चल दिए जिसका शौक हमको एक बार फिर गुलामी की मानसिकता का उदाहरण पेश करता है वरना जनवरी फरवरी को तो हमारे पूर्वज भी नहीं जानते थे ! अब हम बात करते हैं जश्न मनाने की तो हम किस बात का जश्न मना रहे हैं हमारे लाखों लोग जो हमसे सदा के लिए बिछड़ गए
ना जाने कितने बच्चे मां से सदा के लिए बिछुड़ गए कितनी सुहागिन विधवा हो गईं
लॉक डाउन के समय कितने लोग आर्थिक तंगी के शिकार होकर फांसी पर लटक गए क्या इन सब बातों के लिए हम जश्न मना रहे हैं लानत है हमारी इंसानियत पर कितना खुदगर्ज हो गए हैं हम आदमियत भी भूल बैठे इस विषम परिस्थितियों में जिन समाज सेवी संस्थाओं व अधिकारियों तथा कर्मचारियों ने अपनी जान हथेली पर रख कर आप सभी का जीवन बचाया उनका शुक्रिया अदा नहीं कर सकते आप करना चाहिए यह हमारा फर्ज है पुलिस विभाग के कर्मचारी व एस एस पी हरिद्वार, जिलाधिकारी,अपर जिलाधिकारी के के मिश्रा जी, तहसीलदार हरिद्वार, सी एम ओ आदि इनको हृदय से नमन कि करें आभार व्यक्त करें यही जश्न होगा बाकी नया साल तो चैत मास में प्रारंभ होगा ! जनकल्याण सेवा ट्रस्ट लाक डाउन के समय भी व हर तरह से गरीबों के लिए तत्पर है व रहेगा !
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