कोरोना महा योद्धाओं के लिए समर्पित कविता!
स. संपादक शिवाकांत पाठक
हे कोराना के सैनानी कोटि कोटिश: तुम्हे नमन है!
अंतर्मन से अभिनन्दन, अंतर्मन से अभिनन्दन है!!
भयाक्रांत था विश्व मगर तुमने हिम्मत ना हारी!
जनता जान गई मानवता के हो तुम्हीं पुजारी!!
संकट में जब नहीं किसी को कहीं मिला आश्वाशन!
जान हथेली पर लेकर के आया तभी प्रशासन!!
हे जनता के रक्षक पुलिस प्रशासन अर्पण तन मन धन है!
अंतर्मन से अभिनन्दन है, अंतर्मन से अभिनन्दन है!!
सुख में तो सब साथ निभाते दुख में कौन निभाए!
रहे कोसते जिनको हरदम काम वही थे आए!!
रवि ने तम को मिटा दिया विष शंकर से घबराया!
रवि और शंकर जहां मिल गए दानव दल घबराया!!
कोराना दानव के भक्षक रवि शंकर को पुन: नमन है!
अंतर्मन से अभिनन्दन है, अंतर्मन से अभिनन्दन है!!
जहां मिली ललकार राम को लक्ष्मण आगे आए!
रवि शंकर और राम कृष्ण को कोई भूल ना पाए!!
कृष्ण पुत्र के के मिश्रा भी रात रात भर जागे!
जान गए सब कौन रुकेगा सूर्य वंश के आगे
!!
मानवता के लिए जिए जो करता याद उन्हें जन जन है!
अंतर्मन से अभिनन्दन है, अंतर्मन से अभिनन्दन है!!
दुख में जिसने साथ निभाया कैसे उन्हें भुला दूं!
दिल करता है इस कविता को उनकी भेंट चढ़ा दूं!!
आज धर्म की नगरी में मानवता हंस कर बोली!
जहां सत्य है वहां जलेगी दानवता की होली!!
कोराना वीरों की खातिर वाणी आज बनी चंदन है!
अंतर्मन से अभिनन्दन है, अंतर्मन से अभिनन्दन है!!
🙏🙏🙏✍️✍️✍️✍️
कोराना संकट के समय जनता की हिफाजत करने वाले वीरों को समर्पित कविता 🙏
रचना= स. संपादक शिवाकांत पाठक वी एस इन्डिया न्यूज चैनल दैनिक साप्ताहिक विचार सूचक समाचार पत्र सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त उत्तराखंड सरकार द्वारा विज्ञापन हेतु अधिक्रत संपर्क📱 9897145867
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