पत्थर बाजी के कला प्रदर्शन पर हरीद्वार पुलिस पड़ी भारी हो गई जेल की तैयारी ! हरीद्वार !
पथराव से पहले ये अवश्य सोच लें की इसका परिणाम क्या होगा ? !!एसएसपी!!
संपादक शिवाकांत पाठक !
(उपद्रव की जानकारी मिलते ही एसएसपी के नेतृत्व में मौके पर भारी संख्या में पहुंचा फोर्स )
पुलिस टीम पर पत्थर बाजी करना क्या जायज है पुलिस हमारी सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी निभाती है उस सुरक्षा चक्र का भेदन कर यदि हम कानून को अपने हाथों में लेकर पत्थर बाजी करें तो क्या यह भारतीय संविधान की व्यवस्था के अनुरूप साबित होगा क्या आपको ज्ञात है कि भारत में 1 पुलिसकर्मी पर 641 व्यक्तियों की सुरक्षा का जिम्मा, एक लाख की आबादी पर मात्र 156 जवान आप सभी की सुरक्षा के लिए 24 घंटे तत्पर रहते हैं उनके अपने ना तो कोई त्योहार होते हैं न ही पारिवारिक सुख दुख ,, वे केवल आप सभी के लिए अपने परिवार, गांव, रिश्तेदारों को छोड़कर हर पल ड्यूटी पर तैनात रहते हैं क्या कोई भी आफिस आपने 24 घंटे खुला देखा है ? यदि आप सच कहेंगे तो आपका जवाब होगा नहीं ,,,, फिर आप एक बार रात्रि बारह बजे अपने निकटतम थाने में जाकर देख लेना आपको सच का प्रमाण भी मिल जाएगा ,, अब बात करते हैं शक्ति और सुरक्षा की ,,राधेश्याम रामायण के अनुसार खर दूषण रावण के रिश्ते के भाई थे। जब लक्ष्मण ने सूपर्णखा के नाक कान काट दिए थे तो वो रोती हुयी खरदूषण के पास गयी जो वहीं चित्रकूट के समीप रहते थे। वो दोनों चौदह सहस्त्र सेना लेकर राम लक्ष्मण से युद्ध करने आये परन्तु अकेले राम ने उन सबका वध कर दिया।
आपको बता दें कि खर दूषण के चौदह सहस्त्र का मतलब होता है चौदह हजार सैनिकों को राम ने अकेले मार डाला था यहां पर एक अजय सिंह सम्पूर्ण जनपद की सुरक्षा को संभाल रहे हैं तो फिर , सच तो यही है कि सच को स्वीकार करने की ताकत हम खो चुके हैं ,, सच लिखने का दावा करने वाले अपनी रास्ता भटक चुके हैं क्यों कि यह वही भारत है जिसमें एक पुलिसकर्मी 641 व्यक्तियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी निभाता है !
प्रमाण आपके सामने है👇
थाना खानपुर क्षेत्रान्तर्गत ग्राम शेरपुर बेला व माडाबेला के ग्रामीणों के मध्य ग्राम समाज की भूमि के कब्जे को लेकर चल रहे विवाद पर पूर्व में थाना स्तर से 107/116 द०प्र०सँ० की कार्यवाही कर रिपोर्ट माननीय न्यायालय प्रेषित की गई थी व उपजिलाधिकारी द्वारा अविलंब ग्रामीणों को जमीन की पैमाइश हेतुँ प्रशासनिक टीम गठित करने को निर्देशित किया गया था।
उक्त जमीनी विवाद को लेकर आज दिनांक 14 दिसंबर को ग्राम प्रधान पति शेरपुरबेला सुखदेव द्वारा पुलिस/प्रशासन को सूचित किये बिना जमीन पर कब्जे को लेकर स्थानीय ग्रामीणों के साथ अपने घर पर रखी गई मिटिंग के दौरान विवाद की स्थिति उत्पन्न होने की सूचना पर पुलिस टीम के मौके पर पहुंचकर विवाद की स्थिति को रोकने के लिए दोनों गाँव के ग्राम प्रधानों को थाने लाने के लिए सरकारी वाहन मे बिठाया गया तो शेरपुरबेला गांव के ग्रामीणों के द्वारा एकदम एक राय होकर पुलिस टीम पर हमला व पथराव कर सरकारी वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया।
घटना की सूचना मिलते ही एसएसपी हरिद्वार अजय सिंह फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे तथा अनियंत्रित स्थिती को कंट्रोल करते हुए थानाध्यक्ष खानपुर को उपद्रवी तत्वों के साथ सख्ती से निपटते हुए नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
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