खंडन,, हरिद्वार पुलिस उक्त तथ्यों का खंडन करती है लेकिन क्या होना चाहिए??? हरिद्वार!
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संपादक शिवाकांत पाठक !
कुछ सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा ये भ्रामक संदेश वायरल किया जा रहा है कि आज सुबह हुई सड़क दुर्घटना के बाद क्रिकेटर ऋषभ पंत का सारा सामान अज्ञात व्यक्तियों द्वारा लूट लिया गया।
घटना के कुछ ही क्षणों बाद मौके पर पहुंचे एसपी देहात द्वारा प्रत्यक्षदर्शियों एवं आसपास से पूर्ण जानकारी के उपरांत बताया कि इस प्रकार की कोई बात प्रकाश में नहीं आई है जबकि हॉस्पिटल में शुरुआती इलाज के दौरान स्वयं ऋषभ द्वारा उनको "एक बैग के अलावा सारा सामान गाड़ी के साथ जल गया" बताया।
हरिद्वार पुलिस द्वारा उक्त सूटकेस एवं तत्समय मौके से प्राप्त नगदी, ब्रेसलेट व चेन को ऋषभ पंत की माताश्री को अस्पताल में ऋषभ के सामने ही सुपुर्द किया गया। अब सवाल यह उठता है कि भ्रामक खबरों का प्रचार प्रसार कौन कर रहा है और क्यों ? इस बात को भी गंभीरता पूर्वक लेते हुए निष्पक्ष जांच होना चाहिए ताकि मीडिया या मीडिया यूजर्स की भूमिका एवम् गरिमा कलंकित न हो सके ,, क्यों कि पत्रकारिता एक बेहद महत्वपूर्ण विषय है केवल खबरों तक सीमित रहना मीडिया जगत का वास्तविक स्वरूप नहीं हो सकता वल्कि समाज, देश, एवम् विश्व को लेखनी के माध्यम से एक नया संदेश देना विचार परिवर्तन करना अंध विश्वास, युवा पीढ़ी के स्वर्णिम भविष्य के प्रति जागरूकता प्रदान करना ,, न्याय से वंचित लोगों की आवाज को बुलंद करने जैसे कार्य निस्वार्थ भाव से करना मूल उद्देश्य होता है ,,,
तो फिर सोसल मीडिया का सहारा लेकर भारतीय संविधान के चौथे स्तंभ के लिए शासन द्वारा मान्यता के अनुसार निर्धारित नियमों के मुताबिक उनका उंलघन करने वाले लोगों पर कार्यवाही सुनिश्चित कौन करेगा ? और यदि ऐसा नहीं हुआ तो फिर हालत गंभीर हो सकते हैं यह एक ध्रुव सत्य है,,,
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