पत्रकार पर आरोप , गौर से देखिए और सुनिए इस महिला की दास्तान! हरिद्वार ! सच या निराधार
महिला का नाम सरस्वती
ज्वालापुर मंडी के पास निवास करती है
रिपोर्ट रणविजय कुमार,,
सोशल मीडिया का सहारा लेकर सूचना एवम् प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार के तमाम नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए हर गली मोहल्लों में फर्जी संपादक, पत्रकारों का होना पत्रकारिता के अस्तित्व पर खतरा साबित हो रहा है,,
क्यों कि पोर्टल बना कर खुद को संपादक कहने में लोग हिचकते नहीं है ,,पत्रकारिता जगत को कलंकित करते हुए अवैध वसूली कर चौथे स्तंभ के लिए कलंक साबित हो रहे हैं ,,
जिसका एक उदाहरण आपके सामने है गौर से देखिए और सुनिए ये महिला ,, न्यूज के एक पत्रकार का नाम लेकर उस पर लोन करवाने के नाम पर धोखाधड़ी का आरोप लगा रही है आरोप कितना सच है कुछ कहा नहीं जा सकता और नौकरी लगवाने के नाम पर तीन लाख रुपए लेने की पुष्टि भी की महिला बेहद परेशान नजर आ रही है , न्यूज के पत्रकार लोन के लिए इस समय पर मशहूर हैं,, एवम् , सोचने वाली बात तो यह है कि आखिर सूचना विभाग ने अब तक हरीद्वार में पत्रकारिता जगत में होने वाली अनिमियताओं पर गौर क्यों नहीं किया ,, तमाम लोग साप्ताहिक , के नाम पर या बिना समाचार पत्र के भी,,आर एन आई से हलफनामे के आधार पर स्वीकृति लेने के बाद नियमों की अनदेखी कर अपने स्वयं के द्वारा पोर्टल बना कर हर भाषा में समाचार प्रकाशन कर हरीद्वार के सूचना विभाग को ठेंगा दिखा रहे हैं ,, जिस पर गौर करना चाहिए ,,,
जिसका परिणाम आपके सामने है आखिर कौन करेगा इस भयावह समस्या का समाधान ?
कौन कसेगा इस फर्जी बाड़े पर शिकंजा और कब होगी सही पत्रकारिता की कद्र ? यह सब अभी भी सवालिया निशान साबित हो रहा है हरिद्वार प्रशासन को इस तथ्य पर शीघ्र विचार कर कड़े कदम उठाना चाहिए ताकि भारतीय संविधान की मर्यादा का हनन न हो !
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