( जिसे दबाना चाहे कोई खबर वही होती है )👇
जिसे दबाना चाहे कोई खबर वही होती है !
जो बिक जाने पर रुक जाए कलम नहीं होती है !!
विज्ञापन से दबे समाचारों का सबको ज्ञान है !
साहस से जो सच को लिख दे,
लेखक वही महान है !!
वर्तमान की सच्चाई को लिख कर जरा दिखाओ !
भारत मां के वीर सपूतो कीमत तो बतलाओ !!
आज बिक गई कलम तुम्हारी, भारत मां रोती है !!
जो बिक जाने पर रुक जाए कलम नहीं होती है ,,,,,
तुम समाज का दर्पण हो कुछ तो करके दिखलाओ !
तलवारों से नहीं कलम से तुम इतिहास बनाओ !!
सरस्वती मां के पुत्रो तुम ताकत को पहचानो !
कलम पड़ेगी भारी सब पर मानो या ना मानो!!
जिसे न्याय न मिले खून के आंसू वो रोती है !
जो बिक जाने पर रुक जाए कलम नहीं होती है,,,,,
रचना
समाचार संपादक शिवाकांत पाठक
वी एस इन्डिया न्यूज चैनल दैनिक एवम् साप्ताहिक विचार सूचक समाचार पत्र सूचना एवम् प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त 🙏🙏🙏🙏
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