ईश्वर कण कण में व्यापक है वर्दी में भगवान है !
सर पर कितना बोझ लिए है, कैसा ये इंसान है !
ईश्वर कण कण में व्यापक है वर्दी में भगवान है !!
शादी हो या सड़क हादसा तुम ही सच बतलाओ!
हो विवाद नाली का लेकिन कहते पुलिस बुलाओ !!
भ्रष्टाचार व्याप्त है जग में उसका करो सफाया!
लेकिन बुरे वक्त पर यारो काम कौन है आया !!
24 घंटे साथ निभाता वह भी तो इंसान है!
ईश्वर कण कण में व्यापक है वर्दी में भगवान है!!
मैं तो एक सजग प्रहरी हूं सावधान करता हूं !
देश हमारा है इसके खातिर जीता और मरता हूं !!
हर बुराई को खत्म करे जो उसको तुम पहचानो!
पुलिस हमारी रक्षक है यह तुम मानो न मानो !!
घर परिवार त्यागता है जो वह भी तो इंसान है!
ईश्वर कण कण में व्यापक है वर्दी में भगवान है !!
रचना
संपादक शिवाकांत पाठक हरीद्वार उत्तराखंड
वी एस इन्डिया न्यूज चैनल दैनिक विचार सूचक समाचार पत्र सूचना एवम् प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त📲 9897145867
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