नवोदय नगर में आई आपदा जिम्मेदार कहां हैं क्या पता ? नवोदय नगर हरीद्वार !
संपादक शिवाकांत पाठक!
रिपोर्ट मुकेश राणा उत्तराखंड प्रभारी
कुंवर सिंह बिष्ट ने अपने बयान वापस लेते हुए क्षमा मांगी व कहा कि लोगों के कहने पर उनके द्वारा जो भी कहा गया है वह शब्द मैं वापस लेता हूं जहां पर आपदा की घटना हुई वह कालौनी सचिन त्यागी की नहीं है 🙏🙏
सचिन त्यागी द्वारा काटी कई कालोनियां पूरी तरह सुरक्षित हैं एवं सभी प्रकार से लोगो की सुविधा के अनुरूप हैं यह बात आम जनता ने कही !
मौसम के बदले हुए तेवर ने आज नवोदय नगर की जिस सच्चाई का पर्दाफाश किया वह सर्व विदित है शाम को सभी लोग अपने परिवार के साथ चैन की नींद सो रहे थे अचानक देवताओं के ही नहीं अपितु जल संस्थान के मुख्य अधिकारी देवराज इंद्र ने अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया घनघोर वर्षा होते ही नदी के पानी ने अपना रास्ता खुद चुना और नदी किनारे सिद्धबली महादेव मंदिर के पास स्थित कालौनी के मकानों के पीछे से मिट्टी कटान शुरू हुई मकान ढहने के खतरे को भांप कर लोगो ने मकान खाली करना ही उचित समझा!
और सुबह होते होते भारी जन सैलाब उमड़ पड़ा जानते हैं क्यो केवल तमाशा देखने के लिए तरह तरह की बातों का सिलसिला भी चलता रहा लेकिन किसी ने भी दुखी लोगों के दुख में भागीदारी दिखाने की हिमाकत नहीं की !
अब सोचने की बात यह है कि जिस प्रोपर्टी डीलर ने ये मकान बना कर बेंच दिए उसने भविष्य में आनी वाली जल आपदा के बारे में क्यों नहीं सोचा पता करने पर लोगों ने बताया कि उपरोक्त कालौनी
मेनपाल चौधरी आर्य नगर
अरुण सिंह गंगोत्री एसोसियेट्स
ने काट रखी है और मकान बना कर बेंच दिए मौके पर पहुंचे उपजिलाधिकारी हरीद्वार ने समस्या की गंभीरता को देखते हुए नदी के बहाव को दूसरी ओर करने के आदेश दिए और कार्य भी तुरंत किया गया !
आज कुछ सवाल अनसुलझे रहस्य बनकर जनता के दिलों को कचोट रहे हैं जिनका जबाव कौन देगा ?
(1) जानता द्वारा कई बार प्रशासन को आगाह कराने के बावजूद नवोदय नगर में कई दिनों तक लोग पीने के पानी के लिए तरसते रहे जिसका स्थाई समाधान आज तक नहीं हुआ ?
(2) जनता द्वारा कई बार शिकायत करने के बावजूद अनवरत रूप से जारी खनन पर प्रशासन द्वारा कोई भी कार्यवाही नहीं की गई ?
(3) जनता के द्वारा कई बार अनुरोध करने के बावजूद जलापूर्ति व्यवस्था के नाम पर जल संयोजन के लिए 5000/ रुपए की धनराशि वसूली की जांच प्रशासन ने आज तक क्यों नहीं की आज आप सभी को याद दिला दें कि नवोदय नगर टिहरी विस्थापित कालौनी उन लोगों के जीवन से जुड़ी हुई है जिनके पैतृक मकान टिहरी बांध में जलभराव के समय हमेशा हमेशा के लिए जलमग्न हो चुके थे क्या आज जिम्मेदार अधिकारियों या जन प्रतिनिधियों को इनका दर्द महसूस नहीं होता ?
फिर स्थाई रूप से आज तक जलापूर्ति व्यवस्था या विद्युत संकट पर प्रशासन का ध्यान आकृष्ट क्यों नहीं हुआ ?
समाचारों एवम् विज्ञापनों के लिए संपर्क करें संपादक शिवाकांत पाठक 📲9897145867
माफ़ करना सच थोड़ा नहीं बहुत कड़ुआ होता है तभी तो कहते हैं कि सत्य मेव जयते 🌺🙏
Comments
Post a Comment