क्या आप सच में मिलना चाहते हैं श्री कृष्ण से ? हां,,तो जरूर ध्यान से पढ़ें !
संपादक शिवाकांत पाठक!
ये यथा मां प्रपद्यन्ते तांस्तथैव भजाम्यहं। जो भी मुझसे जो मांगता है, मैं उसे वह देता हूँ। मेरा यह कर्तव्य है। यह तुम पर निर्भर करता है कि तुम अपनी मानसिक वृत्तियों या आवश्यकताओं के अनुसार मुझ से क्या मांगते हो। किन्तु अर्जुन, एक बात याद रखो। मेरे द्वारा बनाए मार्ग का ही अन्तत: बिना किसी अपवाद के सब को अनुगमन करना ही होगा। कोई इस मार्ग की अवहेलना नहीं कर सकेगा। सबको मेरे ही चारों ओर घूमना है- चाहे वह छोटा व्यास बना कर घूमे अथवा बड़ा व्यास बना कर। अन्य कोई विकल्प नहीं है। आप कुछ पल के लिए सिर्फ सोचिए आपको जन्म किसने दिया ?
उत्तर= मां ने ,,
जिस मां ने जन्म दिया वह आपके पिता के लिए भोजन बना रही है आप एक वर्ष के नन्हे बालक हैं मां आपके सामने दो चार खिलौने डाल देती और आप खेलने में उलझ जाते हैं सोचिए थोड़ा ,,
कुछ ही देर में आप उन खिलौनों से ऊब चुके होते हैं और रोना शुरू कर देते हैं,, तो मां कुछ और नए खिलौने फेंक देती है क्यों कि उसे भी अपना कर्तव्य निभाना है और आप फिर नए खिलौनों से खेलते हुए आनंद का अनुभव करते हैं लेकिन तभी एक ऐसी भी स्थित आती है जब आप मां के द्वारा फेंके गए सारे खिलौनों को फेंकना शुरू कर देते हैं और जोर जोर से चीख मार कर रोते हैं ,,
बस वही स्थित होती है अपने उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए सभी का परित्याग करना ,, मां समझ लेती है कि अब यह बालक किसी भी तरह के प्रलोभन में नहीं आने वाला,,
और जानते हैं क्या होता ? मां हल्की सी मुस्कान के साथ बच्चे को गोद में उठा लेती है और उसे दूध पिलाने से पहले अपने आंचल से ढक लेती है क्यों ?
क्यों कि यह स्थित साक्षात्कार से संबधित होती है जब एक भक्त का साक्षात्कार ईश्वर रूपी मां से होता है तो, यही तो बाबा तुलसी दास जी महराज लिखते हैं कि ' सोई जाने जेहि देई जनाई, जानत तुम्हें तुम्हें होई जाई ! अर्थात ईश्वर को जानने वाला केवल ईश्वर का ही हो जाता है फिर दुनियां की मोह माया उसे अपने जाल में नहीं फंसा सकती ! मां ही तो ईश्वर है जिसने आपके सामने धन, दौलत, स्त्री, बच्चे, जमीन, मकान आदि खिलौने फेंक रखें हैं अब आप पर निर्भर करता है कि आप को कब तक खेलना है ? जब भी आप सारे खिलौने ठुकरा देंगे ईश्वर यानी भगवान श्री कृष्ण आप को गोद में उठा लेंगे यह अटूट सत्य है आजमा कर देखें , जय श्री कृष्णा,, राधे राधे ,,
स. संपादक शिवाकांत पाठक,,वी एस इन्डिया न्यूज चैनल दैनिक साप्ताहिक विचार सूचक समाचार पत्र सूचना एवम् प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त परिवार की ओर से आप सभी को श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं🌹🌹🌹🙏🙏🙏🙏🙏
पुराणों के अनुसार श्री कृष्ण शब्द के अर्थ क्या हैं
1= वसुदेव और देवकी के पुत्र जिन्हें विष्णु का आठवाँ अवतार माना जाता है
2= एक असुर जिसका जिक्र वेदों में आया है और जिसे इंद्र ने मारा था!
3= एक ऋषि जिन्होंने ऋग्वेद के कई मंत्रों का प्रकाश किया था!
4= अथर्ववेद के अंतर्गत एक उपनिषद्
5= चंद्र मास का अँधेरा पक्ष
6= काला रंग, कालिख
कदम का पेड़
7=कलियुग,करौंदा,पीपल,नीलगा,कोयल,कौआ,वेदव्यास,अर्जुन
और परब्रह्म परमात्मा
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