उफ़ तालिबान की तरह जल्लाद बन कर पत्रकार को पुलिस ने पीटा !

 



संपादक शिवाकांत पाठक !




( एस एस पी ने तीन सिपाही किए तत्काल निलंबित )




( यूपी पुलिस की हिटलर शाही एक और उदाहरण हरिद्वार के पत्रकारों ने कड़े शब्दों में निंदा  )




यूपी के लखीमपुर खीरी में पत्‍नी से विवाद के मामले में एक पत्रकार को थाने में बंद कर इंस्‍पेक्‍टर क्राइम और सिपाहियों ने पट्टों से पीटा। इस मामले में 3 सिपाहियों को सस्‍पेंड कर दिया गया है।




यूपी के लखीमपुर के निघासन कोतवाली में एक पत्रकार को इंस्‍पेक्‍टर क्राइम और सिपाहियों ने पट्टों से पीटा। करीब 20 घंटे हिरासत में रखने के बाद शांतिभंग में उसका चालान कर दिया। एसपी ने इस मामले में तीन सिपाहियों को सस्‍पेंड कर दिया है। यह खबर पूरे देश में आग की तरह फैलते ही पत्रकारों ने एस डी एम के माध्यम से राज्यपाल महोदय को ज्ञापन सौंपकर सी बी आई जांच की मांग की तो वहीं हरीद्वार के पत्रकारों ने भी इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए शीघ्र दोषी लोगों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की मांग की है गुलफाम अली ने कहा कि पत्रकार समाज का वह आइना है जो कांटो के रास्तों पर चलकर समाज को लेखनी के माध्यम से सही जिसकी देता है लेकिन सुरक्षा का दावा करने वाले यदि अपने अधिकारों का दुरुपयोग कर जल्लादों की तरह पेश आयंगे तो भारतीय कानून का भी शर्मसार होना स्वाभाविक है मोहसिन अली ने कहा कि अब वह समय आ गया है कि पत्रकारों को आपसी खुन्नस छोड़ कर एक जुटता दिखाने की जरूरत है वरना एक दूसरे की टांग खीचने के चक्कर में अपनी टांगे ही ना गवां बैठे इसलिए समय के साथ हम सभी को खुद को बदलने की जरूरत है मुकेश राणा ने कहा कि संविधान के चौथे स्तंभ की स्वतंत्रता को दबाने की कोशिश सोची समझी साजिश का हिस्सा समझ में आ रहा जिसकी जांच होना बेहद जरूरी है , रणविजय कुमार ने कहा कि आए दिन पत्रकार पुलिस की हिटलर शाही व फर्जी मुकदमों का शिकार होने के बावजूद आपस में टांग खीचना बंद नहीं करते जो कि भविष्य में उन्हें अकेला महसूस होने के लिए मजबूर करेगा इसलिए एकजुटता बेहद जरूरी है नेशनल पत्रकार हेल्प यूनिट के अध्यक्ष उमेश राणा ने कहा कि अब पूरी तत्परता के साथ आर पार की लड़ाई संविधान के चौथे स्तंभ की रक्षा व स्वतंत्रता के लिए लड़ना चाहिए साथ ही भितर घाती कतिपय के लिए गंभीरता पूर्वक विचार कर रणनीति तैयार की जाएगी तनवीर अली , संजय लांबा,, ज्ञानप्रकाश पांडेय , संजय पुंडीर, राजकुमार  आदि पत्रकारों ने यूपी में पत्रकार के साथ हुई घटना को लेकर गहरा रोष जताया  व कहा  कि सभी पत्रकार एक जुटता पर ध्यान देते हुए देश व्यापी आंदोलन की नीति अख्तियार करने के लिए मजबूर होंगे यदि शीघ्र ही दोषियों पर कड़ी कार्रवाई नहीं की गई मीरा कटारिया ने हरिद्वार ने इस घटना क्रम की कड़े शब्दों में निंदा की है !


पत्रकार को पत्नी से विवाद के मामले में पुलिस कोतवाली ले गई थी। पत्रकार का आरोप है कि थाने में उसे पीटा गया। करीब 20 घंटे हिरासत में रखने के बाद उसका शांतिभंग में चालान किया गया। एसडीएम से जमानत मिलने के बाद इस मामले का वीडियो वायरल हुआ तो एसपी ने उसका संज्ञान लिया और कोतवाली के तीन सिपाहियों को निलंबित कर दिया। इसके साथ ही मामले की जांच एएसपी को दी गई है।



निघासन कोतवाली के लुधौरी गांव निवासी स्थानीय पत्रकार विकास दीक्षित अटल ने बताया कि पुलिस 14 अगस्त की शाम उसे थाने लेकर आई और कहा कि उसके खिलाफ शिकायत आई है। उसने इसकी सूचना कुछ करीबियों को दी। वे लोग मिलने आए तो पुलिस ने मिलने नहीं दिया। रात में उसे कमरे में बंद करके तीन सिपाहियों और इंस्पेक्टर क्राइम ने पटों से पीटा। उनको काफी चोटें आईं।


सोमवार को उसका शांतिभंग की आशंका में चालान कर दिया गया। इस मामले को लेकर स्थानीय पत्रकारों ने थाने में धरना भी दिया। जमानत होने के बाद अटल की चोटों का वीडियो वायरल हुआ। एसपी संजीव सुमन ने संज्ञान लेते हुए थाने के तीन सिपाहियों को निलंबित कर दिया। इंस्पेक्टर क्राइम के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। इसके बाद मंगलवार को पत्रकारों का एक प्रतिनिधिमंडल एसपी से मिला।


एसपी ने इस मामले में तीन सिपाहियों दिलदार खान, अभिषेक कुमार और हिमांशु गौतम को निलंबित करते हुए मामले और इंस्पेक्टर क्राइम की भूमिका की जांच एएसपी को दी है। दोषी पाए गए लोगों पर भी कार्रवाई का आश्वासन दिया।

Comments

Popular posts from this blog

कैसे बचेगी बेटियां,? नवोदय नगर में दिन दहाड़े प्रेमी ने गला रेत कर कर दी हत्या,! हरिद्वार,!

फुटबॉल ग्राउंड फेज 1 जगजीतपुर कनखल थाना क्षेत्र में घर में घुसकर बदमाशों द्वारा की गई मारपीट,,,!हरिद्वार,!

नवोदय नगर में घटी बहुत ही दुखद घटना!